नई दिल्ली
आमतौर पर जब पाचन स्वास्थ्य की बात होती है तो ध्यान फाइबर और हाइड्रेशन पर ही जाता है। लेकिन एक अहम पोषक तत्व अक्सर नजरअंदाज कर दिया जाता है—वह है मैग्नीशियम। यह खनिज पाचन तंत्र की मांसपेशियों को आराम देने और उन्हें सुचारु रूप से काम करने में मदद करता है। अमेरिकी गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट डॉ. जोसेफ सलहब का कहना है कि मैग्नीशियम से भरपूर फल आंतों को स्वस्थ बनाए रखने का आसान और प्राकृतिक तरीका हैं। आइए जानते हैं ऐसे चार फलों के बारे में—
तरबूज को लोग अक्सर सिर्फ पानी और शक्कर का फल समझकर नजरअंदाज कर देते हैं, जबकि इसमें हाइड्रेशन के साथ-साथ मैग्नीशियम भी अच्छी मात्रा में मौजूद होता है। एक तरबूज में करीब 10 मिलीग्राम मैग्नीशियम पाया जाता है। पानी और मैग्नीशियम का यह संयोजन पाचन को दुरुस्त रखने में मदद करता है। यह मल को मुलायम बनाता है और आंतों की मांसपेशियों को आराम देता है।
अनानास अपने खास एंजाइम ब्रोमेलैन के लिए मशहूर है, जो पाचन में सहायक होता है। इसके अलावा, एक कप अनानास में लगभग 20 मिलीग्राम मैग्नीशियम भी मिलता है। फाइबर, ब्रोमेलैन और मैग्नीशियम का यह मिश्रण आंतों की परत में सूजन को कम करता है और पाचन तंत्र को सुचारु बनाता है।
एवोकाडो को सुपरफूड कहा जाता है क्योंकि इसमें स्वास्थ्यवर्धक वसा और फाइबर के साथ-साथ सबसे ज्यादा मैग्नीशियम पाया जाता है। एक मध्यम आकार के एवोकाडो में लगभग 58 मिलीग्राम मैग्नीशियम होता है। इसकी मलाईदार बनावट पाचन पर पड़ने वाले दबाव को कम करती है। यह खासतौर पर कब्ज से परेशान लोगों के लिए बहुत फायदेमंद है।
बेरीज़ यानी ब्लैकबेरी और रास्पबेरी अपने एंटीऑक्सीडेंट्स के लिए तो जानी ही जाती हैं, लेकिन इनमें मैग्नीशियम और घुलनशील फाइबर भी भरपूर मात्रा में होता है। यह संयोजन मल को मुलायम बनाने और आंतों में मौजूद अच्छे बैक्टीरिया को पोषण देने में मदद करता है, जिससे पाचन तंत्र स्वस्थ रहता है।