एशिया कप 2025: द. कोरिया पर 4-1 की धमाकेदार जीत, भारत को आठ साल बाद वर्ल्ड कप 2026 में सीधी एंट्री

Story by  एटीवी | Published by  [email protected] | Date 08-09-2025
Asia Cup 2025: India gets direct entry into World Cup 2026 after eight years after a 4-1 thumping win over South Korea
Asia Cup 2025: India gets direct entry into World Cup 2026 after eight years after a 4-1 thumping win over South Korea

 

राजगीर (बिहार)

भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने रविवार को राजगीर हॉकी स्टेडियम में एशिया कप 2025 का खिताब जीतकर पूरे देश को गर्व का क्षण सौंपा. मौजूदा चैंपियन दक्षिण कोरिया को 4-1 से हराकर टीम इंडिया ने न केवल आठ साल बाद एशिया कप पर कब्जा किया बल्कि सीधे एफआईएच हॉकी वर्ल्ड कप 2026 के लिए भी क्वालीफाई कर लिया.

इस शानदार उपलब्धि के बाद कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने फॉरवर्ड लाइन की जमकर सराहना की और कहा कि अब लक्ष्य दुनिया के लिए सर्वश्रेष्ठ टीम तैयार करना है. साथ ही उन्होंने पंजाब बाढ़ पीड़ितों के प्रति टीम की संवेदना व्यक्त करते हुए वादा किया कि खिलाड़ी मुश्किल समय में लोगों के साथ खड़े रहेंगे.

भारत की शुरुआत धमाकेदार रही. मैच के पहले ही मिनट में सुखजीत सिंह ने कप्तान हरमनप्रीत के पास पर शानदार गोल दागा और टीम को बढ़त दिला दी. इसके बाद मैच के 28वें और 45वें मिनट में दिलप्रीत सिंह ने दो बेहतरीन गोल कर विपक्ष की उम्मीदों पर पानी फेर दिया.

अंतिम समय में अमित रोहिडास ने 50वें मिनट में गोल कर भारत की जीत को पक्का कर दिया. कोरिया की टीम ने चौथे क्वार्टर की शुरुआत में एक गोल जरूर किया लेकिन 4-1 के स्कोरलाइन ने भारतीय खिलाड़ियों की जीत का परचम बुलंद कर दिया.

यह जीत इसलिए भी खास है क्योंकि हाल के महीनों में भारतीय हॉकी टीम कठिन दौर से गुजर रही थी. जून में एफआईएच प्रो लीग में भारत का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा और टीम नौ में से आठवें स्थान पर रही। 16 मैचों में से केवल छह जीत पाई, सात मैच लगातार हारे और कुल दस मुकाबलों में हार का सामना करना पड़ा.

इसके बाद अगस्त में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भी भारत को 1-3 से शिकस्त मिली. ऐसे निराशाजनक सिलसिले के बाद एशिया कप जीतना टीम के आत्मविश्वास और भविष्य की संभावनाओं को नई ताकत देता है.

मैच के बाद कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने कहा—“टीम लंबे समय से इस खिताब के लिए मेहनत कर रही थी. हमारी डिफेंस ने शानदार खेल दिखाया और फॉरवर्ड खिलाड़ियों ने मौकों को गोल में बदला। यह जीत हमारी मेहनत का परिणाम है.

हम अब वर्ल्ड कप के लिए 33 खिलाड़ियों का मज़बूत स्क्वॉड तैयार करेंगे और कोशिश करेंगे कि दुनिया को सर्वश्रेष्ठ टीम पेश करें.” उन्होंने पंजाब बाढ़ को लेकर भी चिंता जताई और कहा—“यह बहुत दुखद स्थिति है. हम लोगों के साथ खड़े होंगे। मेरी अपील है कि सभी संगठन और लोग भी आगे आएं और मदद करें। चाहे छोटी हो या बड़ी, हर मदद अहम है.”

इस टूर्नामेंट में भारत ने धीरे-धीरे अपनी लय पाई. शुरुआती मैचों में जहां संयम और आक्रामकता की कमी दिखी, वहीं सुपर फोर और फाइनल में टीम का प्रदर्शन लाजवाब रहा. खासकर फॉरवर्ड लाइन ने मौकों को भुनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी.

कप्तान हरमनप्रीत कई बार प्लेमेकर की भूमिका में नज़र आए और उनके पासों से बने गोल ने कोरिया की डिफेंस को चकनाचूर कर दिया. दिलप्रीत सिंह पूरे मैच के सितारे साबित हुए। उनके दो गोल और एक पेनल्टी कॉर्नर कमाने का प्रयास निर्णायक साबित हुआ.

कोच क्रेग फुल्टन भी इस जीत से गदगद नज़र आए. उन्होंने कहा—“शुरुआत में टीम का प्रदर्शन अपेक्षा के अनुसार नहीं था लेकिन जैसे-जैसे टूर्नामेंट आगे बढ़ा, खिलाड़ियों ने शानदार सुधार दिखाया.

एशिया कप जीतना और सीधे वर्ल्ड कप के लिए क्वालीफाई करना बड़ी राहत है. अब हमें क्वालिफायर की चिंता नहीं करनी होगी और पूरी तैयारी लीग और वर्ल्ड कप के लिए कर पाएंगे.” उन्होंने यह भी बताया कि भारत लगातार जूनियर खिलाड़ियों को सीनियर टीम से जोड़ता है ताकि अनुभव और ऊर्जा का सही संतुलन बन सके.

उप-कप्तान हार्दिक सिंह ने भी जीत को टीम की सामूहिक भावना का परिणाम बताया। उन्होंने कहा—“हमारी मानसिकता थी कि एशिया में दबदबा कायम करना है. हमें पता था कि हम किसी भी टीम को हरा सकते हैं, बस फाइनल में सही निष्पादन की ज़रूरत थी.

इस टीम में सीनियर और जूनियर का बेहतरीन मिश्रण है. हर मैच में कई खिलाड़ी कप्तान की तरह जिम्मेदारी निभाते हैं। पिछली असफलताओं को हमने पीछे छोड़ दिया है और यह जीत सबसे सुखद अहसास है.”

मैच के रोमांचक पलों की बात करें तो पहले क्वार्टर में भारत ने कई मौके बनाए. मनीदीप सिंह की कोशिश पर भारत को पेनल्टी स्ट्रोक भी मिला लेकिन कोरियाई गोलकीपर जेहान किम ने उसे बचा लिया.

दूसरे क्वार्टर में दोनों टीमें कुछ समय तक गोल करने में नाकाम रहीं लेकिन 28वें मिनट में दिलप्रीत ने गोल कर बढ़त दोगुनी कर दी। तीसरे क्वार्टर में भी भारत को मौके मिले और 45वें मिनट में दिलप्रीत ने एक और शानदार गोल कर दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया.

चौथे क्वार्टर में अमित रोहिडास ने पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदलकर स्कोर 4-0 कर दिया. हालांकि कोरिया ने एक गोल किया, लेकिन भारत की लय और आत्मविश्वास ने जीत सुनिश्चित कर दी.

हॉकी इंडिया ने इस जीत के उपलक्ष्य में खिलाड़ियों को तीन-तीन लाख रुपये और सपोर्ट स्टाफ को डेढ़ लाख रुपये इनाम देने की घोषणा की.आठ साल के लंबे इंतज़ार के बाद मिली यह जीत भारतीय हॉकी के लिए नई सुबह का संकेत है.

यह खिताब केवल एक ट्रॉफी नहीं बल्कि टीम की मेहनत, सामूहिक भावना और संघर्ष के बाद मिली जीत का प्रतीक है. अब पूरा देश उम्मीद लगाए बैठा है कि यह जज़्बा वर्ल्ड कप 2026 में भी जारी रहेगा और भारत एक बार फिर दुनिया के सामने अपनी हॉकी ताकत का लोहा मनवाएगा.