नई दिल्ली
गुर्दे हमारे शरीर से अपशिष्ट और विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने का काम करते हैं। ऐसे में उनकी सेहत का ध्यान रखना बेहद ज़रूरी है। सही खानपान, खासकर कुछ फलों का सेवन, गुर्दों की कार्यक्षमता को बेहतर बनाता है और क्रॉनिक किडनी रोग से बचाव में मदद करता है।
कुछ फल विटामिन, खनिज और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होते हैं, जो सूजन और ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करते हैं। यही कारण है कि इन्हें रोज़मर्रा के आहार में शामिल करना किडनी के लिए फायदेमंद साबित होता है। आइए जानते हैं ऐसे 3 फलों के बारे में—
कहा जाता है कि “रोज़ एक सेब खाओ, डॉक्टर को दूर भगाओ।” इसमें सच्चाई भी है।सेब फाइबर, विटामिन सी और सूजन-रोधी यौगिकों का अच्छा स्रोत है। नेशनल किडनी फ़ाउंडेशन के अनुसार, सेब में मौजूद कम पोटैशियम और उच्च एंटीऑक्सीडेंट गुण किडनी को डिटॉक्स करने, सूजन कम करने और कोलेस्ट्रॉल नियंत्रित करने में मदद करते हैं। इससे किडनी पर अतिरिक्त दबाव नहीं पड़ता।
लाल अंगूर फ्लेवोनोइड्स और एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होते हैं। इनमें मौजूद रेस्वेराट्रोल किडनी में सूजन और ऑक्सीडेटिव तनाव को घटाता है।
2024 में चूहों पर हुए एक अध्ययन में पाया गया कि लंबे समय तक अंगूर खाने से किडनी की कोशिकाएँ मज़बूत होती हैं और नुकसान से बचाव करती हैं। इसके अलावा, अंगूर मधुमेह और उच्च रक्तचाप जैसी बीमारियों से होने वाली गुर्दे की क्षति को भी रोकने में मददगार हैं।
अनार को “सुपरफ्रूट” कहा जाता है क्योंकि यह एंटीऑक्सीडेंट, पॉलीफेनॉल्स और विटामिन का समृद्ध स्रोत है।
2023 में ऑक्सीडेटिव मेडिसिन एंड सेल्युलर लॉन्गविटी में प्रकाशित एक अध्ययन में बताया गया कि अनार का रस किडनी को पुरानी बीमारियों से होने वाले नुकसान से बचा सकता है। यह रक्त प्रवाह और हृदय स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाता है, जिससे किडनी का कार्य सुचारू रूप से होता है।