नई दिल्ली
वज़न कम करने के लिए संतुलित और सही खान-पान सबसे अहम है। अक्सर लोग बीच-बीच में बार-बार स्नैक्स खा लेते हैं, जिससे वज़न बढ़ने लगता है। लेकिन अगर स्नैक्स के चुनाव में थोड़ी समझदारी दिखाई जाए तो बिना भूखे रहे भी वज़न नियंत्रित किया जा सकता है। इन्हीं हेल्दी विकल्पों में से एक है पॉपकॉर्न।
पॉपकॉर्न अन्य स्नैक्स की तुलना में कम कैलोरी वाला होता है और इसमें भरपूर मात्रा में फाइबर पाया जाता है, जो पाचन को दुरुस्त रखता है। हाल ही में न्यूट्रिशनिस्ट ल्यूक कॉउटिन्हो ने वज़न घटाने वाले आहार में पॉपकॉर्न को शामिल करने की सलाह दी। उनका कहना है कि “पॉपकॉर्न एक स्मार्ट स्नैक है, लेकिन इसे किस तरह खाया जा रहा है, यह सबसे महत्वपूर्ण है।”
1. फ्लेवर्ड पॉपकॉर्न से दूरी बनाएँ
आजकल कैरेमल, चॉकलेट, चीज़, चिली या बटर फ्लेवर वाले पॉपकॉर्न आसानी से मिल जाते हैं। लेकिन इन स्वादयुक्त पॉपकॉर्न में शक्कर, नमक और फैट की मात्रा अधिक होती है, जो वज़न घटाने के बजाय बढ़ा सकती है।
2. क्लासिक पॉपकॉर्न चुनें
सादा पॉपकॉर्न यानी बिना मक्खन और बिना ज़्यादा नमक वाला पॉपकॉर्न वज़न घटाने वालों के लिए सबसे बेहतर है।
एक कप क्लासिक पॉपकॉर्न में सिर्फ 30–35 कैलोरी होती है।
इसमें मौजूद फाइबर पाचन को बेहतर करता है और भूख को नियंत्रित करता है।
मक्के के दानों से बने पॉपकॉर्न में एंटीऑक्सीडेंट, विटामिन और मिनरल्स होते हैं, जो हृदय और डायबिटीज़ रोगियों के लिए भी लाभकारी हैं।
स्वाद के लिए हल्का नमक, काली मिर्च या हर्ब्स डाल सकते हैं।
दिन में 2–3 कप तक पॉपकॉर्न खाया जा सकता है, लेकिन ओवरईटिंग से बचें।
अगर आपको गैस, पेट फूलना या आईबीएस की समस्या है तो पॉपकॉर्न से परहेज़ करें, क्योंकि इसमें मौजूद फाइबर तकलीफ़ बढ़ा सकता है।
याद रखें, पॉपकॉर्न तभी फायदेमंद है जब इसे तेल, मक्खन, चॉकलेट या ज़्यादा नमक डालकर न बनाया जाए। वरना वज़न घटाने की बजाय बढ़ सकता है।