नई दिल्ली
भारतीय सुप्रीम कोर्ट में दो नए न्यायाधीशों ने आज शपथ ली है.मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ ने जस्टिस नोंग्मीकापम कोटिश्वर सिंह और आर महादेवन को सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया.इस नियुक्ति से सुप्रीम कोर्ट में अब 34 न्यायाधीश की संख्या हो गई है.
सुप्रीम कोर्ट के कॉलेजियम ने जम्मू-कश्मीर और लद्दाख उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश नोंग्मीकापम कोटिश्वर सिंह को और मद्रास उच्च न्यायालय के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश आर महादेवन को सुप्रीम कोर्ट में न्यायाधीश के रूप में नियुक्त करने की सिफारिश की थी.
इस नियुक्ति के पहले, जस्टिस सिंह मणिपुर के न्यायाधीश थे और अब वे सुप्रीम कोर्ट में न्यायाधीश के रूप में पहले बन गए हैं.कॉलेजियम ने इस सिफारिश में विविधता के महत्व पर भी जोर दिया, जिसमें यह उजागर किया गया कि न्यायाधीशों की नियुक्ति से उन्हें अपने राज्यों का प्रतिनिधित्व भी मिलेगा.
राष्ट्रपति ने 16 जुलाई को इन नए न्यायाधीशों की नियुक्ति को मंजूरी दी थी.उनकी सेवाकाल सुप्रीम कोर्ट में 28 फरवरी, 2028 तक रहेगी, जब तक कि उनकी आयु 65 वर्ष तक न हो जाए.सुप्रीम कोर्ट के कॉलेजियम में भारतीय मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़, न्यायमूर्ति संजीव खन्ना, बीआर गवई, सूर्यकांत, और ऋषिकेश रॉय शामिल थे.
न्यायमूर्ति महादेवन की पदोन्नति की सिफारिश करते हुए कहा गया कि वे तमिलनाडु राज्य के एक पिछड़े समुदाय से हैं और उनकी नियुक्ति से पीठ में विविधता आएगी.इसमें कहा गया है कि कॉलेजियम ने उन्हें सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में उपयुक्त और योग्य माना है.
दो न्यायाधीशों की नियुक्ति की सिफारिश इसलिए की गई क्योंकि सुप्रीम कोर्ट में अभी दो रिक्तियां हैं.न्यायमूर्ति अनिरुद्ध बोस और न्यायमूर्ति एएस बोपन्ना ने पिछले अप्रैल और मई में सेवानिवृत्ति ले ली थीं.