स्पेसएक्स ने कहा— एक्सिओम-4 मिशन के लिए मौसम 90 प्रतिशत अनुकूल, भारतीय यात्री शुभांशु शुक्ला लॉन्च के लिए तैयार

Story by  एटीवी | Published by  [email protected] | Date 25-06-2025
SpaceX said - Weather is 90 percent favorable for Axiom-4 mission, Indian astronaut Shubhanshu Shukla ready for launch
SpaceX said - Weather is 90 percent favorable for Axiom-4 mission, Indian astronaut Shubhanshu Shukla ready for launch

 

लगातार टाले जाने के बाद अब अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) की ओर रवाना होने वाले एक्सिओम-4 मिशन की लॉन्चिंग तय मानी जा रही है। इस मिशन में शामिल भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला और उनके तीन अंतरराष्ट्रीय सहयोगी बुधवार को उड़ान के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
स्पेसएक्स ने घोषणा की है कि उड़ान के लिए मौसम 90 प्रतिशत तक अनुकूल है।

अमेरिकी निजी अंतरिक्ष कंपनी स्पेसएक्स इस मिशन के लिए परिवहन सेवा प्रदान कर रही है। कंपनी ने अपने एक्स (पूर्व ट्विटर) हैंडल पर लिखा—

“बुधवार को अंतरिक्ष स्टेशन के लिए रवाना होने वाले एक्सिओम स्पेस के एएक्स-4 मिशन के लिए सभी प्रणालियां सुचारु हैं और मौसम उड़ान के लिए 90% तक अनुकूल है।”

 लॉन्चिंग का समय और स्थान

नासा के अनुसार, स्पेसएक्स, एक्सिओम स्पेस और नासा मिलकर इस चौथे निजी मिशन को 25 जून (बुधवार) दोपहर 12:01 बजे (भारतीय समयानुसार) प्रक्षेपित करेंगे। यह मिशन फ्लोरिडा के कैनेडी स्पेस सेंटर स्थित लॉन्च कॉम्प्लेक्स 39ए से होगा।

 मिशन की टीम

  • कमांडर: पैगी व्हिटसन (अमेरिका)

  • पायलट: शुभांशु शुक्ला (भारत)

  • मिशन विशेषज्ञ: टिबोर कपू (हंगरी)

  • मिशन विशेषज्ञ: स्लावोज उज्नान्स्की-विस्नीव्स्की (पोलैंड)

 कई बार टल चुका है प्रक्षेपण

यह मिशन मूल रूप से 29 मई को लॉन्च होना था, लेकिन तकनीकी कारणों से कई बार इसकी तारीख टाली गई।

  • पहले फाल्कन-9 रॉकेट के बूस्टर में तरल ऑक्सीजन का रिसाव सामने आया।

  • फिर ISS के पुराने रूसी मॉड्यूल में भी रिसाव के कारण प्रक्षेपण को टालना पड़ा।

  • इसके बाद क्रमशः 8, 10, 11, 19 और 22 जून को लॉन्चिंग की संभावित तारीखें सामने आईं, लेकिन तकनीकी परीक्षणों और मरम्मत कार्यों के चलते इन्हें भी स्थगित करना पड़ा।

 क्या है एक्सिओम मिशन-4?

यह मिशन निजी क्षेत्र का चौथा मानवयुक्त मिशन है, जो न केवल वैज्ञानिक प्रयोगों बल्कि अंतरराष्ट्रीय सहयोग और निजी अंतरिक्ष पर्यटन की दिशा में भी महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। नासा इसे ‘Lab-to-Orbit’ मॉडल के तहत एक बड़ी उपलब्धि मानता है।

अब जबकि मौसम अनुकूल है और सभी तकनीकी जांचें पूरी हो चुकी हैं, दुनिया की नजरें एक बार फिर भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला की उड़ान पर टिकी हैं।