आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने बृहस्पतिवार को वैश्विक हैकाथन 'हार्बिंजर 2025- इनोवेशन फॉर ट्रांसफॉर्मेशन' शुरू करने की घोषणा की।
इसका उद्देश्य नई और उभरती प्रौद्योगिकियों का इस्तेमाल कर ऐसे सुरक्षित और उपयोगकर्ता-केंद्रित वित्तीय समाधान तैयार करना है, जो ग्राहकों की पहचान की रक्षा करें और लोगों के बीच विश्वास बढ़ाएं।
आरबीआई ने विभिन्न संस्थाओं, टीमों और 18 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्तियों को आमंत्रित किया है कि वे प्रौद्योगिकी और नवाचार का उपयोग कर तीन प्रमुख विषयों पर समाधान तैयार करें।
ये विषय टोकनाइज्ड केवाईसी (पहचान की सुरक्षित प्रक्रिया) ऑफलाइन डिजिटल मुद्रा (सीबीडीसी) और भरोसा बढ़ाना हैं।
केंद्रीय बैंक ने कहा कि इस हैकाथन में भाग लेने वाले ऐसे समाधान प्रस्तुत करें जिनमें नई सोच हो या प्रौद्योगिकी का नया उपयोग किया गया हो, जो समाज के हित में हो। सभी देशों और पृष्ठभूमियों से लोग इसमें भाग ले सकते हैं, हालांकि भारतीय वित्तीय प्रणाली और ग्राहकों की जानकारी रखने वाले प्रतिभागियों को प्राथमिकता दी जाएगी।
आरबीआई ने बताया कि ‘हार्बिंजर 2025’ में भाग लेने वालों को उद्योग विशेषज्ञों से मार्गदर्शन प्राप्त करने का अवसर मिलेगा। प्रतिभागी अपने नवाचारपूर्ण विचार एक विशेषज्ञ समिति के सामने पेश कर सकेंगे और प्रत्येक विषय के तहत आकर्षक पुरस्कार भी जीत सकते हैं।