कोलकाता
पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता और चीन के व्यापारिक और वाणिज्यिक शहर ग्वांगझोउ के बीच चार साल से अधिक समय के अंतराल के बाद सीधी उड़ानें रविवार से फिर से शुरू हो गई हैं। यह सेवा यात्रियों और व्यापारिक गतिविधियों दोनों के लिए महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
कोलकाता हवाई अड्डे के एक अधिकारी ने बताया कि पहली उड़ान रात 10 बजे नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से रवाना हुई। इस उड़ान में 176 यात्री सवार थे, और इसे निजी विमानन कंपनी इंडिगो ने संचालित किया। अधिकारी ने यह भी कहा कि उड़ान की सफलता यात्रियों के लिए सुविधाजनक और समय बचाने वाली साबित होगी।
भारत और चीन के बीच 2020 की शुरुआत तक सीधी उड़ानें नियमित रूप से चल रही थीं। हालांकि, कोविड-19 महामारी के प्रकोप और बाद में पूर्वी लद्दाख में सीमा विवाद के कारण इन सेवाओं को रोक दिया गया था। इसके चलते चार वर्षों तक दोनों देशों के बीच सीधे हवाई संपर्क में व्यवधान रहा।
हाल ही में कूटनीतिक बातचीत और संबंधों में सुधार के बाद, इंडिगो ने 26 अक्टूबर से चीन की उड़ानें पुनः चालू करने की घोषणा की। यह नई सेवा कोलकाता और ग्वांगझोउ के बीच व्यापारिक और पर्यटन संबंधों को मजबूत करने में मदद करेगी।
विशेष रूप से, बंगाल में उद्योग, शिक्षा और व्यापार के क्षेत्र में यह उड़ान संपर्क और सहयोग को बढ़ावा देने वाली है। अधिकारियों का कहना है कि भविष्य में उड़ानों की संख्या बढ़ाने और अन्य चीनी शहरों के साथ भी सीधी सेवाएं शुरू करने की संभावना पर काम किया जा रहा है।
इस तरह, कोलकाता–ग्वांगझोउ हवाई मार्ग का पुनः संचालन दोनों देशों के बीच व्यापारिक और सांस्कृतिक आदान-प्रदान को नई गति देगा।