अब बच्चों के लिए भी बुकर ! शुरू हुआ ‘चिल्ड्रन्स बुकर्स प्राइज’

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  [email protected] | Date 25-10-2025
Now there's a Booker Prize for children too! A new chapter begins with the launch of the 'Children's Booker Prize'.
Now there's a Booker Prize for children too! A new chapter begins with the launch of the 'Children's Booker Prize'.

 

आवाज द वाॅयस /लंदन

 बुकर्स प्राइज फाउंडेशन ने अपने इतिहास का एक नया अध्याय जोड़ते हुए “चिल्ड्रन्स बुकर्स प्राइज” की घोषणा की है.यह प्रतिष्ठित संस्था, जो अब तक बुकर्स प्राइज और इंटरनेशनल बुकर्स प्राइज के माध्यम से विश्वभर के श्रेष्ठ लेखकों को सम्मानित करती रही है, अब पहली बार बच्चों के लिए भी एक समर्पित पुरस्कार लेकर आई है.

यह पुरस्कार 8 से 12 वर्ष के बच्चों के लिए लिखी गई श्रेष्ठ समकालीन कथा-साहित्य (फिक्शन) को सम्मानित करेगा, जिसे या तो अंग्रेजी में लिखा गया हो या अंग्रेजी में अनुवादित किया गया होऔर जो यूनाइटेड किंगडम या आयरलैंड में प्रकाशित हुआ हो.

बुकर्स प्राइज फाउंडेशन ने बताया कि “चिल्ड्रन्स बुकर्स प्राइज” का उद्देश्य बच्चों में पढ़ने की रुचि को फिर से जीवंत करना और उन्हें विश्व-स्तरीय साहित्य से जोड़ना है.यह पुरस्कार 2026 में लॉन्च होगा और 2027 से प्रतिवर्ष दिया जाएगा.इसका संस्थापक एवं प्रमुख सहयोगी है AKO फाउंडेशन, जो शिक्षा, कला और पर्यावरण सुधार के लिए काम करने वाली एक परोपकारी संस्था है.यह फाउंडेशन पुरस्कार के पहले तीन वर्षों तक आर्थिक सहायता देगा.

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बुकर्स फाउंडेशन की मुख्य कार्यकारी अधिकारी गेबी वुड ने कहा, “यह हमारे लिए बीते दो दशकों की सबसे महत्वाकांक्षी पहल है.यह न केवल भविष्य के ‘क्लासिक’ बाल-साहित्य को पहचान देने का पुरस्कार है, बल्कि एक सामाजिक अभियान भी है, जो बच्चों को पढ़ने के आनंद से जोड़ने का प्रयास करेगा.हम चाहते हैं कि यह पुरस्कार बच्चों, शिक्षकों, अभिभावकों और कहानी-कला से जुड़े सभी लोगों के लिए एक साझा आंदोलन बन जाए.”

उन्होंने आगे कहा कि इस नई पहल को संभव बनाने में AKO फाउंडेशन की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण रही है.साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि बच्चों को सिर्फ पाठक नहीं बल्कि निर्णायक (जज) के रूप में भी शामिल किया जाएगा.बच्चों के विचारों को निर्णायक महत्व देने के पीछे यही सोच है कि आखिर बच्चों के लिए सर्वश्रेष्ठ किताब का फैसला बच्चे ही सबसे ईमानदारी से कर सकते हैं.

पुरस्कार के पहले निर्णायक मंडल की अध्यक्षता जाने-माने लेखक और पटकथा-लेखक फ्रैंक कॉट्रेल-बॉयस करेंगे, जो वर्तमान में वॉटरस्टोन्स चिल्ड्रन्स लॉरेट (2024-2026) भी हैं.निर्णायक मंडल में तीन वयस्क और तीन बच्चे होंगे.वयस्क निर्णायक पहले आठ पुस्तकों की सूची (शॉर्टलिस्ट) तय करेंगे और फिर बच्चे उनके साथ मिलकर विजेता का चयन करेंगे.

 फ्रैंक कॉट्रेल-बॉयस ने कहा, “कहानियाँ सभी की होती हैं.हर बच्चे को एक बेहतरीन किताब में डूब जाने का सुख अनुभव करने का मौका मिलना चाहिए.यह पुरस्कार बच्चों को उन कहानियों से जोड़ देगा जो सच में उनके दिल से बात करती हैं.मुझे बेहद खुशी है कि मैं इसके पहले निर्णायक मंडल का हिस्सा बन रहा हूँ.”

पुरस्कार की संरचना बुकर्स प्राइज और इंटरनेशनल बुकर्स प्राइज की तरह ही होगी.आठ शॉर्टलिस्टेड लेखकों को £2,500 की राशि मिलेगी और विजेता को £50,000 का पुरस्कार दिया जाएगा.यदि विजेता पुस्तक अनुवादित है, तो राशि लेखक और अनुवादक के बीच समान रूप से बाँटी जाएगी.ग्राफिक नॉवेल या चित्र-प्रधान पुस्तक के विजेता होने पर राशि लेखक और चित्रकार के बीच बाँटी जाएगी.इस तरह बच्चों के लेखकों और कलाकारों को भी वही सम्मान और आर्थिक मान्यता मिलेगी, जो वयस्क साहित्य के लेखकों को दी जाती है.

इस पुरस्कार का एक अहम उद्देश्य बच्चों में पढ़ने की आदत को फिर से बढ़ावा देना है.हाल के सर्वेक्षणों के अनुसार ब्रिटेन में बच्चों के “पढ़ने के आनंद” का स्तर पिछले 20 वर्षों में सबसे नीचे है.इसी पृष्ठभूमि में यूके सरकार और नेशनल लिटरेसी ट्रस्ट ने 2026 को “नेशनल ईयर ऑफ रीडिंग” घोषित किया है, और बुकर्स फाउंडेशन इस राष्ट्रीय अभियान का एक अहम भागीदार बनेगा.

फाउंडेशन की योजना है कि हर वर्ष कम से कम 30,000 प्रतियाँ विजेता और शॉर्टलिस्टेड पुस्तकों की उन बच्चों तक पहुँचाई जाएँगी जिन्हें किताबों तक पहुँच आसान नहीं है.इसके लिए नेशनल लिटरेसी ट्रस्ट, द रीडिंग एजेंसी, बुकबैंक्स और चिल्ड्रन्स बुक प्रोजेक्ट जैसी संस्थाओं के साथ साझेदारी की गई है.इसके अलावा, बीनो ब्रेन जैसी संस्थाएँ बच्चों से परामर्श लेकर पुरस्कार की संरचना में उनकी भागीदारी सुनिश्चित करेंगी.

प्रकाशन जगत और लेखकों ने इस पहल का स्वागत किया है.पूर्व चिल्ड्रन्स लॉरेट जैकलीन विल्सन ने कहा, “यह एक शानदार विचार है.बच्चों की किताबों को वह सम्मान अब तक नहीं मिला जिसकी वे हकदार हैं.अब यह पुरस्कार उस कमी को पूरा करेगा और बच्चों, अभिभावकों तथा शिक्षकों को सर्वोत्तम नई किताबों की ओर मार्गदर्शन देगा.” इसी तरह प्रसिद्ध लेखिका क्रेसिडा कावेल ने कहा, “बच्चे सबसे सख्त समीक्षक होते हैं.उनके लिए किताबें लिखना सबसे बड़ी चुनौती है, और यह पुरस्कार उस मेहनत को सही मायने में पहचान देगा.”

बुकसेलर्स एसोसिएशन की अध्यक्ष फ्ल्योर सिनक्लेयर ने इसे “पूरे परिवार को एक साथ पढ़ने के आनंद में जोड़ने का अवसर” बताया, जबकि पब्लिशर्स एसोसिएशन के सीईओ डैन कॉनवे ने कहा कि “बच्चों की पढ़ने की आदतों में आई गिरावट एक सामाजिक संकट है.इस समय इस तरह का पुरस्कार एक उम्मीद की किरण है.”

बुकर्स फाउंडेशन का यह नया पुरस्कार न केवल साहित्यिक परंपरा में एक ऐतिहासिक विस्तार है, बल्कि यह पढ़ने की संस्कृति को पुनर्जीवित करने का प्रयास भी है.1969 में शुरू हुए बुकर्स प्राइज ने विश्व-साहित्य के कई श्रेष्ठ नामों को पहचान दी है.2005 में स्थापित इंटरनेशनल बुकर्स प्राइज ने अनुवादित साहित्य को अंतरराष्ट्रीय मंच दिया.अब 2026 में “चिल्ड्रन्स बुकर्स प्राइज” इस श्रृंखला में तीसरा प्रमुख स्तंभ बनकर उभर रहा है — जो न केवल बच्चों के लिए लिखा गया श्रेष्ठ साहित्य खोजेगा, बल्कि बच्चों को उसके केंद्र में भी रखेगा.

यह घोषणा उस समय आई है जब किताबें और कहानियाँ बच्चों से धीरे-धीरे दूर होती जा रही हैं.ऐसे में यह पुरस्कार न सिर्फ बच्चों को बेहतरीन किताबें पढ़ने के लिए प्रेरित करेगा, बल्कि नए लेखकों और प्रकाशकों को भी बच्चों के लिए उत्कृष्ट साहित्य रचने की प्रेरणा देगा.जैसा कि गेबी वुड ने कहा, “अगर आप एक अलग दुनिया की कल्पना कर सकते हैं, तो आप एक बेहतर दुनिया भी बना सकते हैं.”

बुकर्स प्राइज फाउंडेशन की यह पहल निस्संदेह आने वाले वर्षों में वैश्विक बालसाहित्य की दिशा बदल देगी  और संभव है कि अगली पीढ़ी के कई लेखक, पाठक और स्वप्नद्रष्टा इसी आंदोलन से जन्म लें.