नई दिल्ली,
दिल्ली के आउटर-नॉर्थ जिले के साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन को एक ऑनलाइन शिकायत मिली, जिसमें शिकायतकर्ता ने बताया कि उसने इंस्टाग्राम अकाउंट “delhi_apple_store0” देखा, जो एप्पल आईफोन भारी छूट पर बेचने का दावा कर रहा था।
शिकायतकर्ता ने इंस्टाग्राम मैसेंजर के जरिए इस अकाउंट से संपर्क किया और इसे वास्तविक मानकर ₹100 में आईफोन 16 प्रो बुक किया। इसके बाद आरोपी ने वारंटी, बॉर्डर टैक्स, शिपिंग, मेल वेरिफिकेशन और सिम एक्टिवेशन जैसे बहाने बनाकर कई अतिरिक्त पेमेंट करवाई, जिससे कुल ₹65,782/- की 29 UPI ट्रांजेक्शन के जरिए राशि ट्रांसफर हो गई। पैसे प्राप्त होने के बाद आरोपी ने संपर्क तोड़ दिया और फोन डिलीवर नहीं किया।
साइबर पुलिस स्टेशन, आउटर-नॉर्थ में मामला दर्ज किया गया। तकनीकी जांच में पता चला कि इंस्टाग्राम हैंडल “delhi_apple_store0” अमन नाम के व्यक्ति द्वारा बनाया गया था।
पुलिस ने विशेष टीम बनाई और तकनीकी निगरानी व जमीनी खुफिया सूचना के आधार पर आरोपी का पता हरियाणा के हिसार जिले के गांव कालिरावन में लगाया। मध्यरात्रि छापेमारी में कई घरों और खेतों की तलाशी ली गई। कठिन परिस्थितियों और आरोपी की गिरफ्तारी से बचने की कोशिशों के बावजूद पुलिस की लगातार मेहनत से अमन को 23 अक्टूबर 2025 को गिरफ्तार किया गया।
उसके कब्जे से दो मोबाइल फोन, तीन डेबिट कार्ड, एक संदिग्ध कॉलिंग डिवाइस और नकली इंस्टाग्राम अकाउंट से जुड़े मोबाइल नंबर बरामद किए गए।
पूछताछ में पता चला कि अमन और उसके साथी नकली इंस्टाग्राम पेज बनाकर खुद को एप्पल उत्पादों के विक्रेता के रूप में पेश करते थे। भारी छूट का लालच देकर लोगों का विश्वास जीतते और फर्जी ग्राहक चैट व फोटो दिखाकर उन्हें बहकाते। ग्राहक संपर्क करने पर उन्हें “बुकिंग” के लिए UPI QR कोड भेजा जाता और बाद में वारंटी, कस्टम ड्यूटी या शिपिंग जैसी बहानों पर अतिरिक्त पेमेंट मांगी जाती थी।
धोखाधड़ी से प्राप्त राशि को कई बैंक खातों के माध्यम से भेजकर असली स्रोत छिपाया जाता था। गिरोह मुख्यतः सस्ते गैजेट्स की तलाश में रहने वाले युवा सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं को निशाना बनाता था।






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