कोलकाता (पश्चिम बंगाल)
दीवाली के बाद बिहार, असम और पश्चिम बंगाल सहित कई राज्यों में छठ पूजा की तैयारियाँ तेज़ हो गई हैं।\प्रयागराज में लोग छठ पूजा की खरीदारी के लिए बाजारों में उमड़ पड़े, वहीं कोलकाता के बाजारों में “छज्ज” या हंडिया, फल और अन्य आवश्यक वस्तुएँ सजाई गई हैं। लखनऊ में भी गोमती नदी के किनारे छठ पूजा की तैयारियाँ शनिवार को शुरू हो गईं।
बिहार के केंदुई घाट पर भी महिलाएं झाड़ू लगाकर घाट की सफाई कर रही हैं, जिससे पर्व के लिए तैयारी पूरी हो सके। गया के डीसीपी धर्मेंद्र भारती ने सुरक्षा व्यवस्था को लेकर आश्वासन दिया और कहा कि विधानसभा चुनाव को देखते हुए त्योहार की सुरक्षा पर विशेष ध्यान रखा गया है।
उन्होंने कहा, “सुरक्षा व्यवस्था पूरी है। चुनाव चल रहे हैं, लेकिन हम विशेष सतर्कता बरत रहे हैं। सभी सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं और DM, SP और SSP द्वारा सभी प्रतिनिधियों का सत्यापन किया गया है। ट्रैफ़िक प्रबंधन के लिए भी विशेष तैयारी की गई है।”
गुवाहाटी में अधिकारियों ने ब्रह्मपुत्र नदी के घाटों पर छठ पूजा की तैयारियों का निरीक्षण किया। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि सुरक्षा उपाय पूजा समितियों, SDRF और NDRF के समन्वय में किए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा, “हमने पूजा समितियों के साथ बैठक कर सुरक्षा इंतजामों का निरीक्षण किया। आने वाले भक्तों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी उपाय किए जा रहे हैं। ब्रह्मपुत्र घाट पर किसी भी प्रकार की दुर्घटना से बचने के लिए सभी प्रयास किए जा रहे हैं।”
छठ महापर्व, जो सूर्य देव की आराधना के लिए समर्पित है, शनिवार को नहाय-खाय की पवित्र रस्म के साथ शुरू हुआ। इस वर्ष यह पर्व 25 अक्टूबर से 28 अक्टूबर तक मनाया जाएगा, जिसमें चतुर्थी तिथि को नहाय-खाय, पंचमी को खरना, षष्ठी को छठ पूजा और सप्तमी को उदय अर्घ्य के रीति-रिवाज शामिल हैं।