जयपुर साहित्य महोत्सव 2026: किरण देसाई और जीत थायिल वक्ताओं की दूसरी सूची में

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  [email protected] | Date 30-10-2025
Jaipur Literature Festival 2026: Kiran Desai and Jeet Thayil among the second list of speakers.
Jaipur Literature Festival 2026: Kiran Desai and Jeet Thayil among the second list of speakers.

 

नई दिल्ली

बुकर पुरस्कार विजेता लेखिका किरण देसाई और प्रसिद्ध कवि-उपन्यासकार जीत थायिल को जनवरी 2026 में आयोजित होने वाले 19वें जयपुर साहित्य महोत्सव (जेएलएफ) की दूसरी वक्ता सूची में शामिल किया गया है।

किरण देसाई इस वर्ष के बुकर पुरस्कार की दावेदारों की सूची में भी शामिल हैं।

यह प्रतिष्ठित महोत्सव 15 से 19 जनवरी 2026 तक जयपुर के होटल क्लार्क आमेर में आयोजित होगा। इसमें दुनिया भर से लेखक, विचारक, कलाकार और विशेषज्ञ एकत्र होंगे, जो विविध भाषाओं, दृष्टिकोणों और विषयों का प्रतिनिधित्व करेंगे।

दूसरी सूची में जिन प्रमुख नामों को जोड़ा गया है, उनमें जिनेवा स्थित सीईआरएन की वरिष्ठ भौतिक विज्ञानी अर्चना शर्मा, अर्थशास्त्री अरविंद सुब्रमणियन, नोबेल पुरस्कार विजेता एस्थर डुफ्लो, कनाडाई पत्रकार-लेखिका तान्या तलागा, आयरलैंड के पूर्व प्रधानमंत्री लियो वराडकर, कला इतिहासकार डेबरा डायमंड, ब्रिटिश व्यंग्यकार और प्राइवेट आई पत्रिका के संपादक इयान हिजलप, तथा कवयित्री ऐलिस ऑसवल्ड शामिल हैं।

इसके अलावा कला समीक्षक और प्रसारक एंड्रयू ग्राहम-डिक्सन, उपन्यासकार अश्विन सांघी, भूटान की लेखिका कुंजांग छोदेन रोडर, इतिहासकार नारायणी बसु, पोषण विशेषज्ञ रुजुता दिवाकर, हिमालय पर लिखने वाले लेखक स्टीफन ऑल्टर, दिव्यांग अधिकार कार्यकर्ता तारीनी मोहन, प्रकाशक विलियम सिगहार्ट, और तेलुगु की नारीवादी लेखिका वोल्गा भी वक्ताओं में शामिल होंगी।

महोत्सव की सह-निदेशक नमिता गोखले ने कहा,“जनवरी में धरती का सबसे बड़ा साहित्यिक उत्सव फिर से जयपुर में लौट रहा है। यह हमारे विभाजित विश्व में विचारों और कहानियों के संवाद का मंच बनेगा। इस वर्ष का बहुभाषी और बहुविध वक्ता पैनल भारतीय और वैश्विक साहित्य की श्रेष्ठता को सामने लाएगा, अनेक दृष्टिकोण खोलेगा और भविष्य की झलक दिखाएगा।”

पहली वक्ता सूची में नोबेल पुरस्कार विजेता ओल्गा तोकार्चुक, बुकर पुरस्कार विजेता बानू मुश्ताक, शतरंज ग्रैंडमास्टर विश्वनाथन आनंद, ब्रिटिश अभिनेता-लेखक स्टीफन फ्राय, और पूर्व राजनयिक गोपालकृष्ण गांधी जैसे नाम शामिल थे।

कुल मिलाकर इस बार महोत्सव में 350 से अधिक वक्ता हिस्सा लेंगे। कार्यक्रमों का विस्तार कथा-साहित्य, कविता, इतिहास, कला, विज्ञान, गणित, चिकित्सा, और मानसिक स्वास्थ्य जैसे अनेक विषयों तक होगा।

महोत्सव में जलवायु परिवर्तन, व्यापार, भू-राजनीति, संघर्ष, लैंगिक समानता, अनुवाद, सिनेमा, नस्ल और पहचान जैसे वैश्विक मुद्दों पर भी चर्चा होगी। इन सबके केंद्र में रहेगा — कहानी कहने की शक्ति

पहली सूची में भारतीय लेखकों में शोभा डे, आनंद नीलकंठन, अनुराधा रॉय, वरिष्ठ फिल्म समीक्षक भावना सोमैय्या, तथा मनु जोसेफ, रुचिर जोशी और के. आर. मीरा के नाम शामिल थे।

अंतरराष्ट्रीय वक्ताओं में एलेनॉर बैराकलफ, हैली रुबेनहोल्ड, कला क्यूरेटर हेलेन मोल्सवर्थ, जीवनी लेखक जॉन ली एंडरसन, चीनी-ब्रिटिश लेखिका जंग चांग, उपन्यासकार केट मॉस, और लेबनानी पत्रकार किम घाटास शामिल हैं।

टीमवर्क आर्ट्स के प्रबंध निदेशक संजॉय के. रॉय ने कहा,“जयपुर साहित्य महोत्सव केवल एक आयोजन नहीं, बल्कि स्वतंत्र अभिव्यक्ति, विविधता और संवाद का उत्सव है। अपने 19वें संस्करण में हम गर्व के साथ एक ऐसा मंच पेश कर रहे हैं, जहां दुनिया भर की आवाज़ें मिलकर प्रेरणा देंगी, विचारों को जगाएंगी और कहानी कहने की कला के माध्यम से परिवर्तन की राह दिखाएंगी।”

महोत्सव के साथ जयपुर बुकमार्क का 13वां संस्करण भी आयोजित किया जाएगा — यह प्रकाशकों, साहित्यिक एजेंटों, अनुवादकों और लेखकों के लिए एक बी2बी मंच है, जिसका उद्देश्य प्रकाशन जगत में सहयोग और वैश्विक संवाद को प्रोत्साहित करना है।