Devotees will be able to enter the Jagannath Temple only through the Lion's Gate from November 2 to 5: Collector
आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
ओडिशा के जगन्नाथ मंदिर में पंचक उत्सव के दौरान भक्तों को केवल सिंह द्वार से ही मंदिर में प्रवेश की अनुमति होगी। एक अधिकारी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
पुरी जिला कलेक्टर दिव्यज्योति परिदा ने बताया कि पंचक (कार्तिक माह के अंतिम पांच दिन) से पहले नागरिक प्रशासन और पुलिस के बीच समन्वय बैठक में यह निर्णय लिया गया।
उन्होंने बताया कि इस बार पंचक दो से पांच नवंबर तक चार दिन तक होगा और इस दौरान मंदिर में लाखों श्रद्धालुओं के पहुंचने की उम्मीद है।
परीदा ने कहा कि फिलहाल श्रद्धालु सभी चार द्वारों से मंदिर में प्रवेश करते हैं, लेकिन अब यह निर्णय लिया गया है कि 'पंचक' उत्सव के दौरान दो से पांच नवंबर तक श्रद्धालु पूर्व की ओर वाले द्वार से मंदिर में प्रवेश करेंगे और तीर्थस्थल के अन्य तीन द्वारों से बाहर निकल सकेंगे।
उन्होंने कहा कि भीड़ को नियंत्रित करने और भगदड़ जैसी स्थिति को टालने के लिए मंदिर के सामने 'बैरिकेड' लगाए जा रहे हैं।
मंदिर के अधिकारियों ने बताया कि 'पंचक' के आखिरी दिन भगवान बलभद्र, देवी सुभद्रा और भगवान जगन्नाथ को 'सुना बेशा' (सोने के कपड़े) पहनाए जाते हैं।