Indo-Pak conflict: Many schools in Kashmir started studying through online mediums
आवाज द वॉयस /नई दिल्ली
भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य संघर्ष के कारण कश्मीर में शैक्षणिक संस्थानों को बंद करना पड़ा है, जिसके बाद कई स्कूलों ने ऑनलाइन कक्षाएं संचालित करना शुरू कर दिया है.
पाकिस्तान में आतंकवादियों के ठिकानों पर भारत के मिसाइल हमलों के बाद सात मई से स्कूल बंद हैं, जिसके बाद घाटी के प्रमुख निजी स्कूलों ने शुक्रवार को अपने छात्रों के लिए ऑनलाइन कक्षाएं शुरू कीं. दो बच्चों की मां सबा भट ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, "मेरे बच्चों ने आज से ऑनलाइन पढ़ाई शुरू कर दी है क्योंकि पिछले तीन दिन में सीमा पर जो कुछ हुआ उसके बाद घर से बाहर निकलना सुरक्षित नहीं है." सबा के दो बेटे पुलवामा जिले के पंपोर इलाके के एक प्रमुख निजी स्कूल में पढ़ते हैं। हालांकि उनका मानना है कि प्रत्यक्ष कक्षाएं सबसे बेहतर हैं, लेकिन मौजूदा परिदृश्य में ऑनलाइन कक्षाएं सबसे अच्छा विकल्प हैं.
उन्होंने कहा, "स्कूल में भौतिक रूप से उपस्थित होने से बच्चों के समग्र व्यक्तित्व विकास में मदद मिलती है, लेकिन सुरक्षा सबसे महत्वपूर्ण है.” समीना अशरफ के दो बच्चे स्कूल में पढ़ते हैं. उन्होंने कहा, "पांच साल पहले कोविड महामारी के दौरान जब ऑनलाइन शिक्षा बड़े पैमाने पर शुरू हुई थी तो यह एक नयी अवधारणा थी। हालांकि, यह छात्रों के लिए एक बड़ा वरदान बनकर उभरी है। इससे पढ़ाई बाधित नहीं होती."
सरकारी स्कूल में शिक्षक मुश्ताक अहमद ने कहा कि सरकारी स्कूलों के लिए भी ऐसी ही व्यवस्था की जानी चाहिए. अहमद ने कहा, "निजी स्कूलों ने इस मामले में बढ़त ले ली है... अगर यह स्थिति लंबे समय तक जारी रही तो हम भी ऐसा ही करेंगे। बेहतर होगा कि सरकारी स्कूलों के छात्र भी स्कूल खुलने तक ऑनलाइन माध्यम से पढ़ाई करें.” सरकार ने सीमा पर स्थिति को देखते हुए एहतियात के तौर पर स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालय बंद कर दिए हैं.