भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की स्थिति में: प्रधानमंत्री मोदी

Story by  PTI | Published by  [email protected] | Date 16-06-2025
India is poised to become the world's third largest economy: PM Modi
India is poised to become the world's third largest economy: PM Modi

 

आवाज द वॉयस/नई दिल्ली


प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि भारत जल्द ही दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा. उन्होंने साइप्रस की कंपनियों के लिए देश में उपलब्ध असंख्य आर्थिक अवसरों का उल्लेख भी किया. मोदी तीन देशों की अपनी यात्रा के पहले चरण में साइप्रस पहुंचे हैं. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने साइप्रस के राष्ट्रपति निकोस क्रिस्टोडौलिडेस के साथ रविवार को निकोसिया में व्यापारिक गोलमेज बैठक में हिस्सा लिया.
 
विदेश मंत्रालय ने नई दिल्ली में जारी एक बयान में कहा कि प्रधानमंत्री ने पिछले 11 वर्षों में भारत में हुए तेज आर्थिक बदलावों का उल्लेख किया और कहा कि अगली पीढ़ी के सुधारों, नीतिगत पूर्वानुमेयता, स्थिर राजनीति एवं व्यापार में आसानी से देश, दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ने वाली प्रमुख अर्थव्यवस्था बन गया है.
 
नवाचार, डिजिटल क्रांति, स्टार्ट-अप और भविष्योन्मुखी बुनियादी ढांचे के विकास को प्राथमिकता दिए जाने पर जोर देते हुए उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि विश्व की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था भारत कुछ ही वर्षों में तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की स्थिति में है. मोदी ने कहा, ‘‘ भारत जल्द ही दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा. भारत सबसे बड़ी उभरती अर्थव्यवस्थाओं में से एक है. हमने कर सुधार, वस्तु एवं सेवा कर, युक्तिसंगत कॉर्पोरेट कर, गैर-अपराधीकरण कानूनों को लागू किया है और व्यापार करने में सुगमता के साथ-साथ ‘‘व्यापार करने के भरोसे’’ पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं.
 
बयान के अनुसार, मोदी ने कहा कि भारत के नागर विमानन, बंदरगाह, जहाज निर्माण, डिजिटल भुगतान और हरित विकास क्षेत्रों में लगातार वृद्धि ने साइप्रस की कंपनियों के लिए भारत के साथ साझेदारी करने के असंख्य अवसर खोले हैं. प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘ 23 वर्ष में पहली बार किसी भारतीय प्रधानमंत्री ने साइप्रस की यात्रा की है और पहला आयोजन व्यापारिक गोलमेज बैठक के रूप में किया गया है. यह भारत-साइप्रस संबंधों में व्यापारिक दिग्गजों के महत्व को दर्शाता है.
 
उन्होंने भारत की कुशल प्रतिभा और स्टार्ट-अप परिवेश की ताकत का भी उल्लेख किया. विनिर्माण, कृत्रिम मेधा (एआई), क्वांटम, सेमीकंडक्टर और महत्वपूर्ण खनिजों को उन्होंने भारत की विकास कहानी में योगदान देने वाले नए एवं उभरते क्षेत्र करार दिया. प्रधानमंत्री ने साथ ही कहा कि साइप्रस भारत के लिए एक महत्वपूर्ण आर्थिक साझेदार है, विशेष रूप से प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के क्षेत्र में.. उन्होंने भारतीय अर्थव्यवस्था में नए निवेश के लिए साइप्रस की गहरी रुचि का स्वागत किया. मोदी ने द्विपक्षीय संबंधों में ‘‘विकास की अपार संभावनाओं’’ का उल्लेख किया.
 
उन्होंने कहा कि साइप्रस ‘‘लंबे समय से भारत का एक विश्वसनीय साझेदार रहा है. मोदी ने साइप्रस को एक ‘‘प्रसिद्ध पर्यटन स्थल’’ बताया और कहा कि भारत भी पर्यटन स्थल के विकास और प्रबंधन पर ध्यान केंद्रित कर रहा है, इसलिए ‘‘ हमारे यात्रा संचालकों के बीच घनिष्ठ सहयोग दोनों पक्षों के लिए हितकारी हैं. उन्होंने कहा कि कई अन्य क्षेत्रों में भी इस तरह के सहयोग की संभावनाएं हैं.