नई दिल्ली
उद्योगपति मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज ने एक बार फिर फॉर्च्यून ग्लोबल 500 की सूची में भारत की सर्वोच्च रैंकिंग वाली कंपनी होने का गौरव हासिल किया है। 2025 की सूची में रिलायंस को 88वां स्थान मिला है, हालांकि यह 2024 के मुकाबले दो पायदान नीचे है (2024 में 86वां स्थान)।
इसके बावजूद, कंपनी ने बीते चार वर्षों में उल्लेखनीय प्रगति की है। 2021 में जहां रिलायंस 155वें स्थान पर थी, वहीं अब वह 67 पायदान ऊपर चढ़ चुकी है। यह लगातार 22वां साल है जब रिलायंस इस प्रतिष्ठित वैश्विक सूची में शामिल हुई है।
भारत की 9 कंपनियों को मिला स्थान
इस बार की सूची में कुल 9 भारतीय कंपनियां शामिल हैं, जिनमें 5 सार्वजनिक क्षेत्र की और 4 निजी क्षेत्र की हैं।भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) ने अपनी 95वीं रैंक बरकरार रखी है।
अन्य प्रमुख कंपनियों में इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (आईओसी) 11 स्थान गिरकर 127वें स्थान पर आ गई है।भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने 15 स्थान की छलांग लगाकर 163वां स्थान प्राप्त किया है।
एचडीएफसी बैंक ने सबसे तेज़ उछाल दर्ज करते हुए 48 स्थान की बढ़त के साथ 258वां स्थान हासिल किया।ओएनजीसी एक पायदान नीचे गिरकर 181वें स्थान पर आ गई है।
टाटा मोटर्स को 12 स्थान का नुकसान हुआ है और अब वह 283वें स्थान पर है।बीपीसीएल 27 स्थान गिरकर 285वें और आईसीआईसीआई बैंक 464वें स्थान पर यथावत बना हुआ है।
दुनिया की टॉप कंपनियां
विश्व स्तर पर, अमेरिका की खुदरा दिग्गज वॉलमार्ट शीर्ष स्थान पर बनी हुई है, उसके बाद अमेजन दूसरे स्थान पर है।शीर्ष 10 में तीन चीनी कंपनियां भी शामिल हैं — स्टेट ग्रिड (3), चाइना नेशनल पेट्रोलियम (5) और सिनोपेक (6)।
सऊदी अरामको को चौथा और एप्पल को आठवां स्थान मिला है।फॉर्च्यून ग्लोबल 500 सूची पिछले वित्त वर्ष के कुल राजस्व के आधार पर तैयार की जाती है।
रिलायंस इंडस्ट्रीज का एकीकृत सकल राजस्व 2024-25 में 7.1% की वृद्धि के साथ 10,71,174 करोड़ रुपये रहा, जो कंपनी के अब तक के उच्चतम स्तर पर है।