केंद्रीय औषधि प्रयोगशालाओं ने 52 दवा नमूने ‘मानक गुणवत्ता रहित’ पाए

Story by  PTI | Published by  [email protected] | Date 23-10-2025
Central Drugs Laboratories found 52 drug samples 'substandard quality'
Central Drugs Laboratories found 52 drug samples 'substandard quality'

 

आवाज द वॉयस/नई दिल्ली 

 
 केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को बताया कि केंद्रीय औषधि प्रयोगशालाओं ने सितंबर के लिए जारी अपने दवा संबंधी मासिक अलर्ट में विभिन्न कंपनियों द्वारा निर्मित 52 नमूनों को ‘मानक गुणवत्ता का नहीं’ पाया है।
 
उन्होंने बताया कि इसके अलावा, राज्य औषधि परीक्षण प्रयोगशालाओं ने 60 दवा नमूनों की पहचान की है जो ‘मानक गुणवत्ता के नहीं’ थे।
 
नियमित नियामक निगरानी गतिविधि के अनुसार, मानक गुणवत्ता रहित (एनएसक्यू) और नकली दवाओं की सूची मासिक आधार पर सीडीएससीओ पोर्टल पर प्रदर्शित की जा रही है।
 
एक अधिकारी ने कहा, ‘‘सितंबर 2025 के लिए, केंद्रीय औषधि प्रयोगशालाओं ने 52 दवा नमूनों और राज्य औषधि परीक्षण प्रयोगशालाओं ने 60 दवा नमूनों की पहचान की है जो ‘मानक गुणवत्ता के अनुरूप नहीं ’ हैं।’’
 
एनएसक्यू के रूप में दवा के नमूनों की पहचान एक या अधिक निर्दिष्ट गुणवत्ता मानकों में दवा के नमूने की विफलता के आधार पर की जाती है।
 
अधिकारियों ने कहा कि यह खराबी सिर्फ सरकारी प्रयोगशाला में जांचे गए उस दवा बैच तक सीमित है, और बाजार में उपलब्ध दूसरी दवाओं को लेकर किसी तरह की चिंता की जरूरत नहीं है।
 
इसके अलावा, सितंबर में छत्तीसगढ़ राज्य के एक नमूने की पहचान एक नकली दवा के रूप में की गई थी, जिसे एक अनधिकृत निर्माता द्वारा किसी अन्य कंपनी के स्वामित्व वाले ब्रांड नाम का उपयोग करके बनाया गया था। इस मामले की जांच की जा रही है, और अधिनियम एवं नियमों के अनुसार कार्रवाई की जाएगी।
 
एनएसक्यू और नकली दवाओं की पहचान करने की यह कार्रवाई राज्य नियामकों के सहयोग से नियमित रूप से की जाती है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि इन दवाओं की पहचान की जाए और उन्हें बाजार से हटाया जाए।