हैदराबाद
भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के कार्यकारी अध्यक्ष के. टी. रामा राव ने शनिवार को स्पष्ट किया कि पार्टी हैदराबाद स्थानीय प्राधिकरण निर्वाचन क्षेत्र से 23 अप्रैल को होने वाले विधान परिषद (एमएलसी) चुनाव में हिस्सा नहीं लेगी.
उन्होंने कहा कि यह फैसला इसलिए लिया गया है क्योंकि बीआरएस के पास जीत सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक मत नहीं हैं.जब उनसे भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री जी. किशन रेड्डी के इस आरोप पर प्रतिक्रिया मांगी गई कि कांग्रेस और बीआरएस मिलकर एआईएमआईएम के उम्मीदवार को जिताने की कोशिश कर रही हैं, तो रामा राव ने आरोप को खारिज करते हुए कहा कि बीआरएस न तो भाजपा और न ही एआईएमआईएम का समर्थन करेगी.
रामा राव ने 'पीटीआई-वीडियो' से कहा, "किशन रेड्डी जो चाहें वो कह सकते हैं, लेकिन सच यह है कि हमारे पास जीतने के लिए पर्याप्त संख्या नहीं है. इसलिए हमने चुनाव से अलग रहने का फैसला किया है। हम न भाजपा के पक्ष में वोट कर सकते हैं और न ही एआईएमआईएम के। इसी कारण हम इस चुनावी प्रक्रिया में भाग नहीं ले रहे."
इस बीच, भाजपा विधायक राजा सिंह ने बीआरएस के इस फैसले की आलोचना करते हुए आरोप लगाया कि पार्टी ने जानबूझकर चुनाव से दूरी बनाई है ताकि एआईएमआईएम को जिताया जा सके.