आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
बेंगलुरु में पिछले 36 घंटों से हो रही भारी बारिश के कारण मंगलवार को भी जनजीवन प्रभावित रहा और जलमग्न सड़कों के बीच कई जगह यातायात बाधित हो गया जबकि राज्य में जल जनित घटनाओं में मरने वालों की संख्या बढ़कर पांच हो गई है. अधिकारियों ने यह जानकारी दी.
भारी बारिश के कारण शहर के साई लेआउट में एक द्वीप जैसी स्थिति बन गई और यहां घरों की निचली मंजिलें आधी डूब गई हैं, जिसके कारण लोग घरों से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं. प्राधिकारियों ने बताया कि सोमवार को करीब 150 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया. बृहत बेंगलुरु महानगर पालिका (बीबीएमबी) ने साई लेआउट में लोगों के लिए भोजन और पानी की व्यवस्था की. निवासियों ने शिकायत की है कि नगर निगम की एजेंसियों को साई लेआउट में रहने वाले लोगों की परेशानियों की कोई चिंता नहीं है.
भारी बारिश के कारण शहर के हेनूर स्थित एक अनाथालय में भी पानी भर गया. अग्निशमन एवं बचाव विभाग ने आपदा प्रतिक्रिया बल के साथ मिलकर अनाथालय में मौजूद लोगों को बचाया. मान्यता टेक पार्क और सिल्क बोर्ड जंक्शन जैसे कई इलाकों के जलमग्न हो जाने के कारण वहां आवागमन में लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा.
जलभराव के कारण सड़कों पर कई वाहन फंस गए, जिससे शहर के कई हिस्सों में यातायात बाधित रहा. पुलिस ने मंगलवार को बताया कि शहर के एक अपार्टमेंट में घुसे बारिश के पानी को निकालने का प्रयास करते समय 12 वर्षीय एक बच्चे सहित दो लोगों की बिजली का करंट लगने से मौत हो गई. मीको लेआउट पुलिस के अनुसार, बीटीएम सेकेंड स्टेज के पास एनएस पाल्या में मधुवन अपार्टमेंट निवासी मनमोहन कामत (63) ने सोमवार शाम को अपने घर से पानी निकालने के लिए मोटर चालित पंप का उपयोग करने की कोशिश की थी.
घटना की जांच में शामिल पुलिस के एक अधिकारी ने बताया, ‘‘जब उन्होंने पंप को बिजली के बोर्ड से जोड़ा तो ‘शॉर्ट सर्किट’ हो गया और करंट लगने से उनकी मौत हो गई. पुलिस ने बताया कि इस बीच अपार्टमेंट परिसर में काम करने वाले नेपाली व्यक्ति का बेटा दिनेश (12) भी कामत के पास खड़ा था और बिजली का करंट लगने से उसकी भी मौत हो गई. थाना प्रभारी ने पुष्टि की है कि अस्पताल में चिकित्सकों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया और दोनों मामलों में अप्राकृतिक मौत की रिपोर्ट दर्ज की जाएगी. इससे पहले सोमवार को महादेवपुरा थाने के अंतर्गत क्षेत्र में एक कंपनी में झाड़ू लगाते समय इमारत की दीवार गिर जाने से शशिकला (35) की मौत हो गई थी.