अयोध्या. बाबरी मस्जिद केस के मुद्दई इकबाल अंसारी को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और बीजेपी की तारीफ करना महंगा पड़ गया. कथित तौर पर मौजूदा सरकार के पक्ष में उनकी दलीलों से नाराज होकर मुस्लिम समुदाय के लोगों ने उन पर हमला कर दिया.
यह घटना शुक्रवार को हुई, जब अंसारी अलविदा की नमाज अदा करने के लिए मस्जिद गए थे, जहां उनकी कथित तौर पर पिटाई की गई. मामले को लेकर स्थानीय पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई गई है.
कोटिया निवासी अंसारी ने अपनी प्राथमिकी में उल्लेख किया है कि मस्जिद की खिड़की खोलते समय अयूब उर्फ पप्पू नाम के व्यक्ति ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया. कथित तौर पर अयूब के साथ चार अन्य लोग भी थे. प्रभारी निरीक्षक देवेन्द्र पांडे ने बताया कि इस मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और आरोपियों को पकड़ने के लिए कार्रवाई की जा रही है.
अंसारी को संदेह है कि उन पर हमला इसलिए किया गया, क्योंकि वह योगी-मोदी सरकार के काम की सराहना करते हैं. उनका आरोप है कि इससे उनके समुदाय के कई लोग नाराज हैं.
इकबाल अंसारी को रामनगरी के लिए सौहार्द का प्रतीक माना जाता है. मंदिर-मस्जिद विवाद पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद अंसारी ने इसे स्वीकार कर लिया और मुस्लिम पक्ष से भी शीर्ष अदालत के फैसले का सम्मान करने की अपील की थी.
पिछले साल पीएम के रोड शो के दौरान भी इकबाल उन पर फूल बरसाते दिखे थे. इकबाल अंसारी का कहना है कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यों से काफी प्रभावित हैं और हमेशा सौहार्द की बात करते हैं. उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने उन पर हमला किया, वे उसी मानसिकता के हैं, जो अमन-चैन नहीं चाहते. अंसारी का मानना है कि ऐसे लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए.
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