नई दिल्ली. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल की बेटी मुमताज पटेल ने एनडीटीवी के साथ खास बातचीत में अपने पिता की पारंपरिक सीट भरूच को लेकर बात की. दरअसल, कांग्रेस ने गठबंधन के तहत भरूच सीट आप को गिफ्ट कर दी है. मुमताज कांग्रेस नेतृत्व के फैसले से दुखी हैं,लेकिन उन्होंने ये भी कहा कि वह कांग्रेस के लिए काम करती रहेंगी और वह पार्टी के निर्णय का सम्मान करती हैं.
दिवंगत अहमद पटेल की बेटी मुमताज पटेल अपनी परंपरागत सीट पर काफी लंबे समय से काम कर रही थीं. भरूच सीट पर अहमद पटेल का परिवार करीब 45 साल से मेहनत कर रहा है. इस सीट से अहमद पटेल ने तीन बार जीत हासिल की थी.1977, 1980 और 1984 के लोकसभा चुनाव में अहमद पटेल जीते थे. 1975 में इमरजेंसी के दौरान जब पूरे देश में कांग्रेस विरोधी लहर थी, तब भी अहमद पटेल ने यहां से जीत हासिल की थी. अब 1989 से यहां कांग्रेस को जीत नहीं मिली है.
मुमताज ने कहा कि ये बात है कि 1989 में हम ये लोकसभा सीट नहीं जीते हैं. इमरजेंसी के दौरान भी यहां से जीते थे. मेरे पिता सालों से यहां के लोगों के लिए काम कर रहे थे. सिर्फ चुनाव जीतने ही सब कुछ नहीं होता. मेरे पिता ने भरूच के लिए बहुत काम किया है... यहां कांग्रेस के लॉयल वोटर हैं, जो हमेशा कांग्रेस को वोट करते रहे हैं.
वो सीट क्या मुमताज पटेल को जानी चाहिए थी? इस पर उन्होंने कहा कि नहीं, मैंने कभी ऐसा नहीं कहा. मैंने कभी टिकट की बात की ही नहीं. चुनाव लड़ने की बात होती तो मुझे विधानसभा लड़ने के लिए कहा गया था...ये सब 2024 चुनाव लड़ने के लिए नहीं कर रहे थे. हम सिर्फ यहां मेहनत कर रहे थे... ये मेहनत 2024 में नहीं तो आगे जाकर रंग लाती. हमारी कोशिश थी कि एक दिन ये सीट कांग्रेस के लिए जीतकर लाएं.
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