योग में सबसे आगे ‘मिलेनियल्स’, 74% लोग कर रहे हैं नियमित अभ्यास: रिपोर्ट

Story by  PTI | Published by  [email protected] | Date 21-06-2025
Millennials are at the forefront of yoga, 74% people are practicing it regularly: Report
Millennials are at the forefront of yoga, 74% people are practicing it regularly: Report

 

आवाज द वॉयस/नई दिल्ली

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर जारी एक नई रिपोर्ट से खुलासा हुआ है कि भारत में योग का अभ्यास करने वालों में सबसे आगे 'मिलेनियल्स' हैं. आईसीआईसीआई लोम्बार्ड जनरल इंश्योरेंस द्वारा किए गए एक अध्ययन के अनुसार, 1981 से 1996 के बीच जन्मे 74% मिलेनियल्स नियमित रूप से योग करते हैं. यह आंकड़ा उन्हें योग अभ्यास में सबसे अग्रणी आयु वर्ग बनाता है.
 
मिलेनियल्स, जिन्हें जनरेशन Y भी कहा जाता है, 1981 से 1996 के बीच पैदा हुए लोगों को संदर्भित करता है. यह पीढ़ी डिजिटल तकनीक के उदय के साथ बड़ी हुई है और अक्सर उच्च शिक्षा और करियर की तरफ़ ज्यादा ध्यान देती है
 
इस सर्वेक्षण में महानगरों और गैर-महानगरों दोनों क्षेत्रों से लगभग 1,000 लोगों को शामिल किया गया. इसके परिणाम बताते हैं कि योग अब केवल एक पारंपरिक या विशिष्ट अभ्यास नहीं रहा, बल्कि भारत में यह लोगों की दिनचर्या और जीवनशैली का हिस्सा बनता जा रहा है.
 
तनाव के दौर में योग बना सहारा

रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि जैसे-जैसे तनाव और मानसिक थकान आधुनिक जीवन की नई महामारी बनती जा रही है, वैसे-वैसे योग का महत्व और उपयोगिता तेजी से बढ़ रही है. लोगों के लिए योग अब केवल फिटनेस का साधन नहीं, बल्कि मानसिक सुकून और आत्मिक शांति पाने का ज़रिया बन गया है.
 
आईसीआईसीआई लोम्बार्ड की मार्केटिंग, कॉरपोरेट कम्युनिकेशन और सीएसआर प्रमुख शीना कपूर ने कहा: "हमारी रिपोर्ट से यह स्पष्ट होता है कि मिलेनियल्स न केवल योग को अपनाते हैं, बल्कि इसे नियमित अभ्यास का हिस्सा भी बना चुके हैं। यह ट्रेंड भारतीय समाज में योग की स्वीकार्यता और आवश्यकता दोनों को दर्शाता है.
 
अन्य आयु वर्ग भी पीछे नहीं

मिलेनियल्स के बाद योग अभ्यास में दूसरा स्थान ‘एक्स जेनरेशन’ (1960–1980 के बीच जन्मे) को जाता है, जिनमें से 70% लोग नियमित योग करते हैं। यह बताता है कि योग अब केवल युवा पीढ़ी तक सीमित नहीं, बल्कि हर आयु वर्ग में लोकप्रिय हो रहा है.
 
आंकड़ों में झलकता योग का बढ़ता प्रभाव
72% उत्तरदाता नियमित रूप से योग करते हैं
18% लोग कभी-कभार योग करते हैं
योग अब मुख्यधारा की स्वास्थ्य पद्धति बनता जा रहा है
 
रिपोर्ट के निष्कर्षों से यह साफ है कि भारत में योग एक विशिष्ट परंपरा से निकलकर सामूहिक जीवनशैली का हिस्सा बन चुका है. विशेषकर शहरी युवाओं में इसकी स्वीकार्यता तेजी से बढ़ी है, जो न केवल अपने स्वास्थ्य के प्रति सजग हैं बल्कि मानसिक संतुलन को भी प्राथमिकता देते हैं. इस अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर यह रिपोर्ट यह संकेत देती है कि भारत में योग की जड़ें अब और भी गहरी हो रही हैं, और आने वाले समय में यह न केवल एक स्वास्थ्य अभ्यास, बल्कि एक जीवनशैली आंदोलन के रूप में विकसित होगा.