आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
गर्मी के मौसम में ठंडे पानी से नहाना एक आम आदत है. कई लोग तेज गर्मी से राहत पाने के लिए ठंडे शॉवर का सहारा लेते हैं. लेकिन लैंकेस्टर विश्वविद्यालय के विशेषज्ञ एडम टेलर की हालिया रिपोर्ट के अनुसार, यह तरीका जितना आरामदायक लगता है, उतना ही शरीर के लिए नुकसानदायक भी साबित हो सकता है.
शरीर की प्राकृतिक शीतलन प्रणाली को करता है प्रभावित
मानव शरीर का सामान्य तापमान लगभग 37 डिग्री सेल्सियस होता है, और शरीर इस तापमान को बनाए रखने के लिए कई जैविक प्रक्रियाएं अपनाता है. जब गर्मी अधिक होती है, तो शरीर अपनी अतिरिक्त गर्मी को बाहर निकालने के लिए पसीना बहाना और त्वचा की रक्त वाहिकाओं का फैलाव जैसे उपाय करता है.
लेकिन विशेषज्ञों के अनुसार, जब अचानक ठंडे पानी से नहाया जाता है, तो त्वचा के पास की रक्त वाहिकाएं सिकुड़ जाती हैं, जिससे त्वचा पर रक्त प्रवाह कम हो जाता है। इसका मतलब है कि गर्मी शरीर से बाहर निकलने के बजाय अंदर ही फंसी रह जाती है.
शरीर को गलत संकेत मिलते हैं
ठंडे पानी से संपर्क में आने पर शरीर यह समझता है कि उसे अब गर्मी संरक्षित करनी है, न कि बाहर निकालनी. इससे शरीर की शीतलन प्रक्रिया प्रभावित होती है और हीट स्ट्रोक जैसी गंभीर समस्याएं भी उत्पन्न हो सकती हैं.
एडम टेलर का कहना है, "ठंडा पानी आपकी त्वचा के लिए भले ही राहतदायक हो, लेकिन यह शरीर के अंदर की गर्मी को बाहर निकालने के लिए प्रभावी नहीं होता। यह कुछ लोगों के लिए जोखिम भरा भी हो सकता है, खासकर उन लोगों के लिए जिन्हें हृदय संबंधी या रक्तचाप की समस्याएं हैं.
क्या है बेहतर उपाय?
विशेषज्ञों का सुझाव है कि गर्मियों में नहाने के लिए गुनगुना या सामान्य तापमान वाला पानी ज़्यादा सुरक्षित और प्रभावी होता है. इससे त्वचा की रक्त नलिकाएं खुली रहती हैं और शरीर की गर्मी धीरे-धीरे और सुरक्षित रूप से बाहर निकलती है.
बहुत अधिक ठंडे पानी से नहाने से ब्लड प्रेशर गिर सकता है. अचानक तापमान परिवर्तन से दिल की गति प्रभावित हो सकती है. शरीर की गर्मी बाहर निकलने के बजाय अंदर बनी रहती है. लंबे समय तक ऐसा करने से थकावट और हीट स्ट्रेस हो सकता है. गर्मी के मौसम में राहत पाने के लिए ठंडे पानी से नहाना एक आम प्रवृत्ति है, लेकिन यह शरीर की प्राकृतिक शीतलन प्रणाली के लिए अवरोध बन सकता है. विशेषज्ञों के अनुसार, इस आदत को लेकर सावधानी बरतना ज़रूरी है, क्योंकि यह तात्कालिक राहत तो देती है, लेकिन दीर्घकालिक रूप से शरीर के लिए नुकसानदेह हो सकती है.
Disclaimer : तो अगली बार जब आप गर्मी में ठंडे पानी से नहाने का सोचें, तो एक बार यह जरूर सोचें — क्या यह आपकी सेहत के लिए वाकई फायदेमंद है?