लंदन (यूके)
एक नए व्यापक अध्ययन में पाया गया है कि इंटरमिटेंट फास्टिंग (अंतरित उपवास) वजन घटाने के लिए पारंपरिक कैलोरी-नियंत्रित डाइट्स जितनी ही असरदार हो सकती है। यह शोध प्रतिष्ठित मेडिकल जर्नल BMJ में प्रकाशित हुआ है।
शोध में यह भी बताया गया है कि "ऑल्टरनेट-डे फास्टिंग" (एक दिन खाना, एक दिन उपवास) जैसी कुछ उपवास पद्धतियाँ पारंपरिक डाइट से थोड़े बेहतर नतीजे दे सकती हैं। हालांकि, विशेषज्ञों ने यह स्पष्ट किया है कि इन प्रभावों की पुष्टि के लिए और अधिक लंबे समय तक चलने वाले अध्ययनों की आवश्यकता है।
यह निष्कर्ष ऐसे समय में सामने आए हैं जब पूरी दुनिया में मोटापे को लेकर चिंता बढ़ती जा रही है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, 2022तक दुनियाभर में लगभग 2.5अरब वयस्क अधिक वजन के थे, जिनमें से करीब 90करोड़ लोग मोटापे के शिकार थे। मोटापा टाइप 2डायबिटीज, हृदय रोग और उच्च रक्तचाप जैसी बीमारियों का खतरा काफी बढ़ा देता है।
अध्ययन में क्या शामिल था?
शोधकर्ताओं ने 6,500 से अधिक वयस्कों पर किए गए 99रैंडमाइज्ड क्लिनिकल ट्रायल्स का विश्लेषण किया। अधिकांश प्रतिभागी पहले से स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे थे और इनका औसत BMI 31था। अध्ययन की अवधि 3हफ्तों से लेकर 52हफ्तों तक थी।
अध्ययन में शामिल इंटरमिटेंट फास्टिंग की प्रमुख विधियाँ थीं:
टाइम-रिस्ट्रिक्टेड ईटिंग (जैसे 16:8विधि)
ऑल्टरनेट-डे फास्टिंग (हर दूसरे दिन 24घंटे का उपवास)
व्होल-डे फास्टिंग (जैसे 5:2डाइट)
परिणाम क्या निकले?
हर प्रकार की इंटरमिटेंट फास्टिंग और कैलोरी नियंत्रित डाइट का परिणाम वज़न में हल्की कमी के रूप में सामने आया।
ऑल्टरनेट-डे फास्टिंग ने अन्य विधियों की तुलना में थोड़ा अधिक वजन घटाया —
1.29 किलोग्राम ज्यादा वजन घटाया पारंपरिक डाइट के मुकाबले
1.69 किग्रा ज्यादा समय-सीमित खानपान (16:8) के मुकाबले
1.05 किग्रा ज्यादा पूरे दिन के उपवास (5:2डाइट) की तुलना में
हालांकि, यह अंतर 2किलोग्राम की न्यूनतम सीमा तक नहीं पहुंचा, जिसे क्लीनिकली महत्वपूर्ण माना गया है।
स्वास्थ्य लाभ:
ऑल्टरनेट-डे फास्टिंग ने टोटल और एलडीएल (खराब) कोलेस्ट्रॉल को कम करने में बेहतर परिणाम दिखाए।
वहीं, टाइम-रिस्ट्रिक्टेड ईटिंग से कोलेस्ट्रॉल में मामूली वृद्धि देखी गई।किसी भी विधि में ब्लड शुगर या एचडीएल (अच्छे) कोलेस्ट्रॉल में विशेष सुधार नहीं देखा गया।
लंबे और छोटे अध्ययन में अंतर:
24हफ्तों से कम अवधि वाले अध्ययनों में वजन घटाने के अधिक प्रमाण मिले।
लंबे समय तक चलने वाले अध्ययनों में यह लाभ केवल तभी स्पष्ट था जब इन डाइट्स की तुलना अनियंत्रित खानपान से की गई।
शोधकर्ताओं ने स्वीकार किया कि अध्ययन में भिन्न प्रकार की डाइट विधियाँ, सीमित प्रतिभागी संख्या और प्रमाणों की गुणवत्ता कम से मध्यम स्तर की रही।फिर भी, यह अध्ययन अब तक का सबसे विस्तृत तुलनात्मक विश्लेषण है, जो विभिन्न डाइट रणनीतियों को एक कठोर वैज्ञानिक दृष्टिकोण से देखता है।
“मौजूदा साक्ष्य यह संकेत देते हैं कि इंटरमिटेंट फास्टिंग, वजन घटाने और कार्डियोमेटाबॉलिक जोखिमों को कम करने में, निरंतर ऊर्जा प्रतिबंध (कैलोरी-कट डाइट) जितनी ही प्रभावी हो सकती है,” शोधकर्ताओं ने कहा। साथ ही उन्होंने ज़ोर दिया कि लंबी अवधि के अनुसंधान की आवश्यकता बनी हुई है।
विशेषज्ञों की राय
कोलंबिया के विशेषज्ञों ने एक संबंधित संपादकीय में कहा कि किसी भी डाइट प्लान की ताकत उसकी संरचना और पेशेवर मार्गदर्शन में होती है। उन्होंने कहा कि ऑल्टरनेट-डे फास्टिंग को पारंपरिक डाइट का विकल्प नहीं, बल्कि एक पूरक विकल्प के रूप में देखा जाना चाहिए।
“समय के साथ टिकाऊ बदलाव लाना ज़रूरी है,” संपादकीय में कहा गया, “और इंटरमिटेंट फास्टिंग एक समग्र और मरीज-केंद्रित पोषण योजना का हिस्सा बन सकती है।”