नई दिल्ली
बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन न सिर्फ फिल्मी दुनिया में बल्कि अपने निजी ब्लॉग 'मन की बात' के ज़रिए भी अपने प्रशंसकों से जुड़े रहते हैं। इस ब्लॉग में वे अपने जीवन के अनुभव, विचार और समाज से जुड़े मुद्दों पर खुलकर बात करते हैं।
इस बार उनके लेख का विषय था — गृहिणियों और घरेलू कार्यों को संभालने वाली महिलाओं की मेहनत और समर्पण।
अपने ब्लॉग में अमिताभ बच्चन ने लिखा कि उन्होंने अपने लंबे टेलीविज़न करियर के दौरान एक खास बात पर ध्यान दिया है। जब वे अपने लोकप्रिय क्विज शो 'कौन बनेगा करोड़पति' (KBC) में दर्शकों के बीच बैठी किसी महिला से पूछते हैं — "आप क्या करती हैं?" — तो अक्सर जवाब आता है, "मैं एक गृहिणी हूं," वो भी बहुत धीमी आवाज़ में।
इस पर बिग बी ने आपत्ति जताते हुए कहा,
"आप धीरे-धीरे क्यों बोलती हैं? नहीं, ऐसा नहीं होना चाहिए। आपको गर्व से कहना चाहिए कि आप एक गृहिणी हैं। घर चलाना कोई आसान काम नहीं है।"
उन्होंने आगे लिखा कि एक महिला न सिर्फ घर संभालती है, बल्कि पति की देखभाल, बच्चों की परवरिश और पूरे परिवार के लिए खाना बनाने जैसे कई ज़िम्मेदार काम भी निभाती है। ये काम बेहद महत्वपूर्ण हैं और इनमें बहुत मेहनत लगती है।
अमिताभ बच्चन ने खास तौर पर कोविड-19 महामारी के दौर को याद किया, जब सब कुछ थम गया था और लॉकडाउन के चलते पुरुषों को भी घर के कामों में हाथ बंटाना पड़ा।
उन्होंने लिखा,"कोविड के समय में पुरुषों को पहली बार यह महसूस हुआ कि उनकी पत्नियाँ घर को कितनी अच्छी तरह संभालती हैं और उसमें कितना परिश्रम लगता है।"
अंत में बिग बी ने यह संदेश दिया कि घर संभालना एक पूर्णकालिक ज़िम्मेदारी है, और इसे उतनी ही इज़्ज़त और सम्मान मिलना चाहिए जितना किसी भी पेशे को मिलता है।