Artificial intelligence has skills but not art, cannot replace human emotions: Chetan Bhagat
आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
प्रसिद्ध लेखक चेतन भगत ने इन चिंताओं को खारिज कर दिया है कि कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) और एआई आधारित भाषा उपकरण लेखकों के पेशे, खासकर गल्प (कथा) लेखन को प्रभावित करेंगे।
उन्होंने कहा, "एआई एक कौशल होगा, लेकिन कला नहीं।" उन्होंने कहा कि ये उपकरण लेखन में सच्ची भावनाएं नहीं ला सकते, और मानवीय अनुभवों से प्राप्त रचनात्मकता अद्वितीय बनी रहेगी।
भगत रविवार को पुणे में किताब की एक दुकान में अपनी नई किताब '12 ईयर्स: माई मेस्ड-अप लव स्टोरी' के विमोचन के अवसर पर बोल रहे थे, जहां राजनीतिक विश्लेषक तहसीन पूनावाला ने उनका साक्षात्कार लिया।
यह पूछे जाने पर कि क्या एआई और एआई-आधारित भाषा मॉडल एक लेखक के रूप में उनके पेशे को प्रभावित करेंगे, भगत ने कहा कि मानवीय भावनाओं पर आधारित कहानी कहने की कला को मशीनें नहीं दोहरा सकतीं।
उन्होंने कहा, "जब लोग पूछते हैं कि क्या एआई या चैटजीपीटी एक लेखक के रूप में मेरे पेशे को प्रभावित करेगा, तो मेरा जवाब है, यह नहीं होगा, कम से कम कथा साहित्य के लिए तो नहीं।"
लेखक ने इस बात पर जोर दिया कि प्रामाणिक लेखन जीवंत अनुभवों पर आधारित होता है।
उन्होंने समझाते हुए कहा, "एआई का दिल नहीं टूटा है। मेरा दिल टूटा था। चैटजीपीटी को बचपन का कोई सदमा नहीं है। मेरा है। मेरे रिश्ते टूटे हैं। मैंने प्यार महसूस किया है। मैंने उतार-चढ़ाव देखे हैं और किताबों में जो चीज काम करती है, वह यह है कि इन सच्ची भावनाओं को पाठकों तक पहुंचाने की क्षमता। अगर आप खुद कुछ महसूस नहीं करते, तो कल्पना काम नहीं करेगी।’’
भगत ने कहा कि कहानी कहने का सार मानवीय जुड़ाव में निहित है।
उन्होंने कहा, "आम तौर पर, लोगों की लोगों में रुचि होती है। हम यहां बात क्यों कर रहे हैं? क्योंकि आपके बोलने का एक खास तरीका है, और मुझे वह पसंद है। अगर हम दोनों की जगह बॉट्स ले लें, तो वे हर चीज पर बात करेंगे—परमाणु विज्ञान से लेकर अंतरिक्ष और राजनीति तक—लेकिन कौन बैठकर सुनना चाहेगा?"
इस धारणा को चुनौती देते हुए कि एआई रचनात्मक लेखन को टक्कर दे सकता है, उन्होंने कहा कि, "मुझे एक भी किताब बताइये जो एआई द्वारा लिखी गई हो। लोगों की हमेशा लोगों में रुचि रहेगी। ये मॉडल प्रशासनिक काम संभाल सकते हैं, लेकिन वे लेखन में सच्ची भावनाएं नहीं ला सकते।"