राकेश चौरासिया
इबादत और बरकत के महीने रमजान का पहला जुमा शुक्रवार, 15 मार्च को आने वाला है. यूं तो इस्लाम में पांच वक्त की नमाज हुक्म है, लेकिन जुमा की नमाज सबसे खास होती है, जो बड़ी जमात में पढ़ी जाती है. और रमजान के महीने का जुमा तो और भी खास हो जाता है. हदीस के मुताबिक,हजरत आदम अलैहिस्सलम को जुमा के दिन ही जन्नत से इस दुनिया में उतारा गया था और जन्नत में उनकी वापसी भी इसी दिन हुई थी.
तैयारी
दुआ
ख़ुत्बा
विशेष दुआ
जिक्र
रमजान महीने में किए जाने वाले सभी नेक कामों में भाग लें, जैसे कि तरावीह, इफ्तार, और सदाकात. गरीबों और जरूरतमंदों की मदद करें. अपने आसपास के लोगों के साथ अच्छे संबंध बनाए रखें. रमजान महीने का अधिकतम रुहानी फायदा उठाने का प्रयास करें.
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