आवाज द वाॅयस /हैदराबाद
हैदराबाद स्थित मौलाना आज़ाद राष्ट्रीय उर्दू विश्वविद्यालय ( MANUU), गच्चीबौली परिसर इन दिनों युवा ऊर्जा और अनुशासन के रंग में रंगा हुआ है. यहां 26 मई से 4 जून 2025 तक तेलंगाना आर्टिलरी बैटरी एनसीसी यूनिट, हैदराबाद ग्रुप के तत्वावधान में एनसीसी वार्षिक प्रशिक्षण शिविर (Annual Training Camp - ATC) का आयोजन हो रहा है.
इस गहन 10 दिवसीय शिविर का नेतृत्व कैम्प कमांडेंट कर्नल रवींद्र राव कर रहे हैं. शिविर में लगभग 600 एनसीसी कैडेट्स, जिनमें छात्र और छात्राएं दोनों शामिल हैं, भाग ले रहे हैं. ये कैडेट्स राज्य के विभिन्न शिक्षण संस्थानों से आए हैं और राष्ट्र निर्माण की भावना के साथ प्रशिक्षण ले रहे हैं.
प्रशिक्षण की व्यापक रूपरेखा
इस शिविर में कैडेट्स को सेना के 10 प्रशिक्षित पीआई स्टाफ और 10 एनसीसी सहयोगी अधिकारी (ANOs) मार्गदर्शन दे रहे हैं। प्रशिक्षण में शामिल हैं:
परेड और ड्रिल
शारीरिक फिटनेस
नक्शा पठन
हथियार प्रशिक्षण (बिना हथियार)
प्राथमिक उपचार
आपदा प्रबंधन
फील्ड क्राफ्ट की मूलभूत जानकारी
साथ ही नेतृत्व विकास, व्यक्तित्व निर्माण और सामाजिक सेवा पर भी विशेष सत्र रखे गए हैं. इन सभी गतिविधियों का उद्देश्य है – एनसीसी के आदर्श वाक्य “एकता और अनुशासन” को जीवन में उतारना.
इस शिविर का आयोजन मौलाना आज़ाद राष्ट्रीय उर्दू विश्वविद्यालय के कुलपति पद्मश्री प्रो. सैयद ऐनुल हसन और कुलसचिव प्रो. इश्तियाक़ अहमद के सक्रिय समर्थन से संभव हो सका.
विश्वविद्यालय प्रशासन ने रहने की व्यवस्था, भोजन, पेयजल और चिकित्सा सुविधा सहित सभी आवश्यक संसाधन सुनिश्चित किए हैं. उनके इस सहयोग से विश्वविद्यालय परिसर इन दिनों अनुशासन, देशभक्ति और सेवा भावना का जीवंत केंद्र बन गया है.
राष्ट्र निर्माण की दिशा में युवा शक्ति
एनसीसी का यह शिविर सिर्फ एक सैन्य प्रशिक्षण मंच नहीं है, बल्कि यह युवाओं को जिम्मेदार नागरिक और भावी नेतृत्वकर्ता के रूप में तैयार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है. इसमें भाग ले रहे कैडेट्स के भीतर देशभक्ति, आत्मविश्वास, अनुशासन और टीम भावना को विकसित किया जा रहा है.
यह शिविर न केवल युवाओं में कर्तव्य भावना और सामाजिक उत्तरदायित्व का भाव भरता है, बल्कि उन्हें समाज के निर्माण में सहभागी बनने की प्रेरणा भी देता है.
डिजिटल युग और तेजी से बदलती दुनिया में एनसीसी जैसे मंचों की प्रासंगिकता और भी बढ़ गई है. यह प्रशिक्षण शिविर एक ऐसे भविष्य की नींव रखता है जहां युवा शक्ति न केवल देश की सीमाओं की रक्षा में समर्थ हो, बल्कि समाज के हर क्षेत्र में बदलाव लाने वाली प्रेरक शक्ति बने.
इस प्रकार, मआनऊ में चल रहा एनसीसी शिविर देश के उन अनगिनत प्रयासों का हिस्सा है जो युवाओं को सशक्त बनाकर भारत के उज्जवल कल की दिशा तय कर रहे हैं.