ऑपरेशन सिंदूर पर एनएसए अजित डोभाल का बड़ा बयान, भारत को नहीं हुआ कोई नुकसान

Story by  मलिक असगर हाशमी | Published by  [email protected] | Date 11-07-2025
NSA Ajit Doval's big statement on Operation Sindoor, India did not suffer any loss
NSA Ajit Doval's big statement on Operation Sindoor, India did not suffer any loss

 

आवाज द वाॅयस/ नई दिल्ली

राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजित डोभाल ने ऑपरेशन सिंदूर को लेकर एक बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि इस पूरे ऑपरेशन में भारत को किसी भी प्रकार का नुकसान नहीं हुआ है. उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा कि “भारत को लेकर एक भी नुकसान की तस्वीर कहीं नहीं दिखी, जबकि पाकिस्तान के 13 एयरबेस की तबाही की तस्वीरें आपने सभी ने देखी होंगी.”

अजित डोभाल ने आगे कहा कि ऑपरेशन को लेकर विदेशी मीडिया में कई तरह की बातें कही गईं. वहीं NDTV की एक रिपोर्ट में कहा गया कि हम स्वदेशी हथियारों के इस्तेमाल पर गर्व करते हैं. रिपोर्ट में बताया गया, “हमें अपनी स्वदेशी तकनीक को और विकसित करना है. इसमें सिंधु प्रणाली का भी जिक्र हुआ. हमें इस बात पर गर्व है, न कि इस पर कि लोग कितना स्वदेशी मानते हैं.”

रिपोर्ट के अनुसार, “हम गर्व करते हैं कि कुछ बेहतरीन सिस्टम्स ने बेहतरीन काम किया — चाहे वह ब्रह्मोस सिस्टम हो, एकीकृत एयर कंट्रोल और कमांड सिस्टम हो, या हमारी रडार प्रणाली। पूरी लड़ाई में हमारी स्वदेशी तकनीक की ताकत दिखी, जिसमें बैटलफील्ड सर्विलांस से लेकर दुश्मन की पोजीशन तक की जानकारी थी.”

NSA डोभाल ने बताया कि “हमने पाकिस्तान के अंदर नौ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया। ये सभी ठिकाने सीमावर्ती क्षेत्रों में नहीं, बल्कि पाकिस्तान के अंदर गहराई में स्थित थे, जिन्हें हमने उनकी हार की प्रतीक के तौर पर चुना.”

इससे पहले दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए पद्मा सुब्रह्मण्यम ने डोभाल की भूमिका के लिए उन्हें बधाई देते हुए कहा, ‘‘ एक गौरवान्वित भारतीय के रूप में मैंने हमेशा हमारे जवानों को सलाम किया है जो हमारे राष्ट्रीय रक्षक देवदूत हैं.’’ इस कार्यक्रम में डोभाल ने कहा कि देश प्रौद्योगिकी की लड़ाई में हारकर दूसरों से पीछे रहने या दशकों पीछे रह जाने का जोखिम नहीं उठा सकता. उन्होंने ढाई साल में 5जी विकसित करने में आईआईटी मद्रास और निजी क्षेत्र की भूमिका को स्वीकार किया, जबकि चीन को 5जी प्रौद्योगिकी विकसित करने में 12 साल से अधिक का समय लगा और उसने 300 अरब डॉलर खर्च किए. उन्होंने कहा, ‘‘ यहां तक कि डेटा या सुरक्षा से संबंधित एक कील भी विश्वसनीय स्रोत से ही आनी चाहिए. यह या तो भारत में बनी हो या कहीं ऐसी जगह बनी हो जो भारत के बहुत करीब हो.’’  

सोशल मीडिया में वायरल एक वीडिया में एनएसए डोभाल कहते दिखाई दे रहे हैं, “हमसे एक भी निशाना नहीं चूका। कोई भी बम गलत जगह नहीं गिरा. सभी हमले सटीक और सटीक जानकारी के आधार पर किए गए.”

उन्होंने बताया कि “पूरा ऑपरेशन रात 1:05 बजे शुरू हुआ और 1:28 बजे समाप्त हो गया। यानी सिर्फ 23 मिनट में मिशन पूरा कर लिया गया.”

 

 

 

 

डोभाल ने अंतरराष्ट्रीय मीडिया की रिपोर्टों पर सवाल उठाते हुए कहा, “आप मुझे एक भी फोटो दिखा दीजिए, जिसमें भारत को कोई नुकसान हुआ हो — एक काँच का शीशा भी टूटा हो.”उन्होंने कहा कि आजकल सैटेलाइट इमेजरी हर जगह मौजूद है, लेकिन ऐसी कोई तस्वीर सामने नहीं आई है जिसमें भारत की क्षति को दिखाया गया हो.

इसके विपरीत, उन्होंने कहा कि न्यूयॉर्क टाइम्स जैसी अंतरराष्ट्रीय मीडिया संस्थाओं ने पाकिस्तान के एयरबेस की ‘पहले और बाद’ की तस्वीरें प्रकाशित कीं. इनमें सरगोधा, रहीम यार खान, चकलाला, रावलपिंडी और बालाूरी जैसे एयरबेस शामिल थे, जहां पाकिस्तान के AWACS (Airborne Warning and Control Systems) तैनात थे.

अंत में डोभाल ने कहा कि ऑपरेशन में भारत की योजना, सटीकता और स्वदेशी शक्ति की मिसाल कायम हुई है.