सेराज अनवर / पटना
बिहार के आला अफसरों में शुमार और प्रदेश के प्रधान सचिव गृह विभाग रहे आमिर सुबहानी के बाद उनके गांव केे मोहिबुल्लाह अंसारी अब उनकी परंपरा बढ़ाएंगे. उन्हांेने यूपीएससी में अच्छे रैंक के साथ अपने गांव का नाम रोशन किया है. गोपालगंज जिले का प्रखंड है बड़हरिया.
मोहिबुल्लाह अंसारी इसी प्रखंड के पुरवा गांव के रहने वाले हैं. आमिर सुबहानी के बाद इस प्रखंड से मोहिबुल्लाह अंसारी मुस्लिम परिवार में दूसरे शख्स हैं जिन्होंने इतनी बड़ी सफलता यूपीएससी में हासिल की है. फिलहाल 1987 बैच के टॉपर आमिर सुबहानी बिहार के विकास आयुक्त के पद पर कार्यरत हैं.
बीपीएससी में झंडे गाड़ चुके हैं मोहिबुल्लाह
मोहिबुल्लाह ने दो माह पहले बीपीएसी परीक्षा के जारी परिणाम में अच्छे अंकों के साथ कामयाबी हासिल की थी. इसके बाद उनका चयन कार्यपालक पदाधिकारी (एमईओ) के तौर पर हुआ था.लेकिन उनका मन बीपीएससी परीक्षा क्वालीफाई करके नहीं भरा.
इसलिए संघ लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित यूपीएससी परीक्षा में भाग्य आजमाना तय किया. भाग्य ने साथ भी दिया. मोहिबुल्लाह को यूपीएससी में सलेक्ट होने की उम्मीद बरकरार थी जिसके चलते एमईओ में ज्वाइन नहीं किया था.
मोहिबुल्लाह के पिता अब्दुल्लाह अंसारी सेल्स टैक्स (एसजीएसटी )में ज्वाइंट कमिश्नर (इंचार्ज) समस्तीपुर सर्किल में तैनात हैं. मोहिबुल्लाह ने आवाज द वायस से कहा, ‘‘ यूपीएससी के लिए बड़ी मेहनत की.कई प्रयास के बाद कामयाबी मिलने से खुश हूं.यूपीएससी मेरा टार्गेट था.जिद कभी जाया नहीं जाती.लगन और हौसला जरूरी है.’’वह बताते हैं, ‘‘ मेरा गांव और आमिर सुबहानी का गांव एक थाना क्षेत्र में है.’’
खूब मिल रही हैं दुआएं
मोहिबुल्लाह अंसारी का परिवार फुलवारी के हारून नगर शांति कुंज में वर्षों से रहता है.मोहिबुल्लाह अंसारी के पिता अब्दुल्लाह अंसारी ने बताया, ’’ मोहिबुल्लाह ने स्कूली शिक्षा पटना के डॉन बॉस्को स्कूल से हासिल की. फिर केमिकल इंजीनियरिंग करने के लिए आईआईटी दिल्ली चले गए.
वहां रेजिडेंसल कोचिंग अकादमी,सेंटर फोर कोचिंग एंड करियर,प्लानिंग जामिया मिल्लिया इस्लामिया से यूपीएससी की तैयारी की.यूपीएससी में 389 वां रैंक आने पर शनिवार देर रात दिल्ली से पटना के फुलवारी शरीफ अपने पर परिजनों ने खुशियों के इजहार करते हुए हौसला अफजाई कर खूब दुआएं दीं.
मोहिबुल्लाह अंसारी अपने तीन भाइयों और दो बहनों में सबसे बड़े हैं . बड़े बेटे मोहिबुल्लाह अंसारी के चयन होने के बाद घर आने पर मां सैय्यदून निशा ने गले से लगाकर खूब दुलार,प्यार किया. बेटे की तरक्की के लिए अल्लाह का शुक्रिया अदा किया.मोहिबुल्लाह अंसारी के दादा मकसूद आलम अंसारी पोते की इस बड़ी उपलब्धि पर बेहद खुश हैं.