आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
यमन के शीर्ष नेता राशद अल-अलीमी ने भारतीय राजदूत सुहेल खान से मुलाकात के दौरान भारत के साथ अपने देश के ‘‘सहयोगपूर्ण’’ द्विपक्षीय संबंधों और ‘‘गहरी मित्रता’’ की प्रशंसा की.
‘‘प्रेसीडेंशियल लीडरशिप काउंसिल ऑफ यमन’’ का नेतृत्व कर रहे अल-अलीमी ने रविवार को रियाद में भारतीय राजदूत खान से मुलाकात की.
भारतीय मिशन ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर कहा, “राजदूत डॉ. सुहेल खान ने अध्यक्ष डॉ. राशद अल-अलीमी से आज रियाद में मुलाकात की. इस दौरान मिशन के उप-मुख्य प्रमुख अबु मैथेन और प्रथम सचिव ऋषि त्रिपाठी भी मौजूद थे. भारत-यमन संबंधों और आपसी हितों के अन्य मुद्दों पर चर्चा हुई.
अल-अलीमी ने आधिकारिक बयान में भारत के ‘‘यमन की जनता और उसकी वैध सरकार के समर्थन में ऐतिहासिक रुख’’ की सराहना की, जिसमें गेहूं, चिकित्सीय आपूर्ति, दवाएं और कोविड-19 टीकों की खेप जैसी मानवीय मदद शामिल है.
उन्होंने वाणिज्यिक और आर्थिक साझेदारी का उल्लेख करते हुए कहा कि चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों के बावजूद, पिछले वर्ष द्विपक्षीय व्यापार लगभग एक अरब अमेरिकी डॉलर तक पहुंच गया.
यमन के विदेश मंत्रालय के अनुसार, अल-अलीमी ने लाल सागर और बाब अल-मंदब में समुद्री सुरक्षा बढ़ाने में भारत की ‘‘महत्वपूर्ण भूमिका’’ को रेखांकित किया और भारतीय गेहूं आयात में अधिक सुविधा प्रदान करने का आह्वान किया.
भारतीय राजदूत खान ने यमन की एकता और स्थिरता के समर्थन के साथ ही वाणिज्य दूतावास सेवाओं को अदन स्थानांतरित करने और यमन सरकार एवं जनता के लिए कई सहायता कार्यक्रमों पर विचार करने की प्रतिबद्धता जताई.