भारत-पाक के बीच समझौते पर अमेरिकी विदेश विभाग की प्रतिक्रिया

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  onikamaheshwari | Date 12-05-2025
US State Department welcomes wisdom, prudence, statesmanship shown by India, Pakistan
US State Department welcomes wisdom, prudence, statesmanship shown by India, Pakistan

 

आवाज द वॉयस/ नई दिल्ली 
 
अमेरिकी विदेश विभाग ने शत्रुता समाप्त करने पर भारत और पाकिस्तान के बीच बनी सहमति का स्वागत किया तथा बुद्धिमता, विवेक और राजनीति कौशल का मार्ग चुनने पर नेतृत्व की प्रशंसा की. विदेश विभाग द्वारा की गई टिप्पणियों में, यह उल्लेख किया गया कि अमेरिकी राष्ट्रपति ने विदेश मंत्री मार्को रुबियो के साथ मिलकर भारत और पाकिस्तान से सीधे संवाद करने तथा "पूर्ण युद्ध विराम बनाए रखने" का आग्रह करना जारी रखा है. 
 
इस बात पर भी जोर दिया गया कि अमेरिका भविष्य में संघर्षों को टालने के लिए भारत और पाकिस्तान के बीच चर्चा को सुगम बनाने के लिए अपना समर्थन देना जारी रखेगा. विदेश विभाग ने कहा, "हम शांति का मार्ग चुनने में प्रधानमंत्री मोदी और शरीफ की बुद्धिमता, विवेक और राजनीति कौशल की सराहना करते हैं. राष्ट्रपति ट्रंप और सचिव रुबियो दोनों देशों से पूर्ण युद्ध विराम बनाए रखने तथा सीधे संवाद में संलग्न होने का आग्रह करना जारी रखते हैं. संयुक्त राज्य अमेरिका भविष्य में संघर्ष को टालने के लिए उत्पादक चर्चाओं को सुगम बनाने में अपना समर्थन देना जारी रखता है." इससे पहले 10 मई को, संयुक्त राज्य अमेरिका ने पहलगाम आतंकी हमले के बाद दोनों देशों के बीच तनाव के बीच भारत और पाकिस्तान के बीच सहमति बनाने के फैसले की सराहना की थी, जिसमें उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने इस सफलता के पीछे कूटनीतिक प्रयासों की प्रशंसा की थी.
 
उपराष्ट्रपति की टिप्पणी अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो की घोषणा के जवाब में आई थी. रुबियो ने अमेरिका के नेतृत्व वाली कूटनीतिक भागीदारी का विवरण प्रदान किया, जिसके कारण जमीन, समुद्र और हवा में सभी सैन्य कार्रवाइयों को रोक दिया गया.
 
पिछले महीने जम्मू और कश्मीर के पहलगाम में हुए घातक हमले के बाद पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में कई आतंकी ठिकानों पर हमला करने के लिए 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया गया था, जिसमें 26 पर्यटक मारे गए थे.
रविवार को राष्ट्रीय मीडिया केंद्र में आयोजित एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में, भारतीय सशस्त्र बलों के तीनों विंग के वरिष्ठतम ऑपरेशनल कमांडरों ने भारत के ऑपरेशन सिंदूर के प्रमुख परिणामों का खुलासा किया.
 
100 से ज़्यादा आतंकवादियों को मार गिराने के अलावा, इस हमले में पाकिस्तान के अंदर 11 एयर बेस को निशाना बनाया गया और उनकी सैन्य क्षमताओं को काफ़ी नुकसान पहुँचाया गया. हवाई, ज़मीनी और समुद्री ऑपरेशन संयमित तरीक़े से किए गए, जिसमें नागरिकों की कम से कम हताहत होने पर ज़ोर दिया गया.
 
एयर ऑपरेशन के महानिदेशक, एयर मार्शल ए.के. भारती ने रविवार को देश की सैन्य क्षमताओं पर ज़ोर देते हुए कहा कि भारत के पास पाकिस्तान के बेस पर मौजूद हर सिस्टम को निशाना बनाने की क्षमता है.
 
एयर मार्शल ए.के. भारती ने रविवार को कहा कि ऑपरेशन सिंदूर ने आतंकी कैंपों को प्रभावी ढंग से नष्ट किया और अपने उद्देश्यों को सटीकता के साथ हासिल किया. उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि ऑपरेशन का असर दुनिया के सामने है. एयर मार्शल भारती ने कहा, "क्या हमने आतंकी कैंपों को नेस्तनाबूद करने के अपने उद्देश्य को हासिल कर लिया है, और इसका जवाब है हाँ और इसके नतीजे पूरी दुनिया देख सकती है."
 
ब्रिफिंग के दौरान, नौसेना ऑपरेशन के महानिदेशक, वाइस एडमिरल ए.एन. प्रमोद ने पाकिस्तान को स्पष्ट चेतावनी देते हुए कहा, "इस बार, अगर पाकिस्तान ने कोई कार्रवाई करने की हिम्मत की, तो पाकिस्तान जानता है कि हम क्या करने जा रहे हैं, बस इतना ही".