न्यूयॉर्क/वाशिंगटन
भारत और पाकिस्तान के बीच हालिया बढ़ते तनाव पर अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वह इस संघर्ष को समाप्त होते देखना चाहते हैं. उन्होंने यह भी कहा कि अगर वह इस दिशा में कोई मदद कर सकते हैं, तो अवश्य करेंगे.
ट्रंप ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा,“यह बहुत भयानक स्थिति है। मैं चाहता हूं कि यह रुक जाए। मैं दोनों देशों को बहुत अच्छे से जानता हूं और उनके साथ लंबे समय से काम कर रहा हूं. वे एक-दूसरे के खिलाफ जैसे को तैसा की नीति अपना रहे हैं। उम्मीद है अब यह रुक सकता है.”
ट्रंप ने आगे कहा कि अमेरिका के भारत और पाकिस्तान दोनों के साथ अच्छे संबंध हैं, और यदि कोई समाधान निकल सकता है तो वे उसका समर्थन करेंगे.“अगर मैं किसी भी तरह से मदद कर सकता हूं, तो मैं जरूर करूंगा,” उन्होंने जोड़ा..
ट्रंप ने कहा कि वह इस तनाव के बारे में उस वक्त सुन रहे थे जब वे ओवल ऑफिस जा रहे थे. उन्होंने इस पूरे घटनाक्रम को “शर्मनाक” करार देते हुए कहा कि क्षेत्र में दशकों से चल रहे संघर्ष की पृष्ठभूमि में इस तरह की स्थिति की आशंका पहले से बनी हुई थी.“अगर आप इतिहास को देखें, तो ये देश कई दशकों — बल्कि सदियों — से संघर्षरत हैं,”
जब उनसे यह पूछा गया कि क्या उनके पास भारत और पाकिस्तान के लिए कोई विशेष संदेश है, तो उन्होंने केवल इतना कहा:“नहीं, मैं बस यही उम्मीद करता हूं कि यह सब बहुत जल्द समाप्त हो.”
उल्लेखनीय है कि ट्रंप की यह टिप्पणी ऐसे समय पर आई है जब भारत ने 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में स्थित नौ आतंकी ठिकानों पर मिसाइल हमले किए हैं। इस हमले में 26 लोगों की मौत हुई थी, जिनमें अधिकांश पर्यटक शामिल थे.
भारत सरकार और सेना ने इसे सीमा पार आतंकवाद के खिलाफ "निर्णायक कार्रवाई" बताया है, जबकि पाकिस्तान ने इसे "उकसावे वाली कार्रवाई" कहते हुए अंतरराष्ट्रीय मंचों पर उठाने की चेतावनी दी है.
अमेरिका की ओर से यह बयान ऐसे समय आया है जब अंतरराष्ट्रीय समुदाय भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव पर नजर बनाए हुए है. हालांकि ट्रंप ने मध्यस्थता की कोई औपचारिक पेशकश नहीं की है, लेकिन उनके बयान को राजनयिक संकेत के रूप में देखा जा रहा है कि वाशिंगटन इस संघर्ष को सीमित रखने के पक्ष में है.