आवाज द वाॅयस/ नई दिल्ली
लंदन में भारतीय उच्चायोग ने ‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ मनाते हुए 1947 के भारत विभाजन में शहीद हुए लोगों को श्रद्धांजलि दी और जीवित बचे लोगों के साहस को सलाम किया।
कार्यक्रम के दौरान भारतीय उच्चायुक्त वी. दोराइस्वामी ने कहा, "विभाजन हमारे राष्ट्र के इतिहास का वह अध्याय है जिसे कभी भुलाया नहीं जा सकता। यह हमारे धैर्य और विविधता की एकजुट करने वाली शक्ति का प्रतीक है।"
भारतीय उच्चायोग ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर लिखा— “#PartitionHorrorsRemembranceDay पर @HCI_London ने एक स्मृति समारोह आयोजित किया, जिसमें विभाजन में जान गंवाने वालों और जीवित बचे लोगों के साहस को नमन किया गया। उच्चायुक्त @VDoraiswami ने कहा कि यह दिन हमें न केवल विभाजन की पीड़ा याद दिलाता है, बल्कि एकता और सहनशीलता की शक्ति भी सिखाता है।”
कार्यक्रम में ‘साउथ एशियन सिनेमा फाउंडेशन’ (SACF) के संस्थापक निदेशक, पत्रकार और फिल्मकार ललित मोहन जोशी द्वारा उनकी डॉक्यूमेंट्री ‘बियॉन्ड पार्टिशन’ का एक अंश भी प्रदर्शित किया गया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस अवसर पर एक्स पर लिखा— “भारत #PartitionHorrorsRemembranceDay मना रहा है, उस त्रासदी के दौरान झेली गई पीड़ा और उथल-पुथल को याद करते हुए। यह दिन उन लोगों के साहस को सलाम करने का भी है जिन्होंने अकल्पनीय क्षति के बाद भी नया जीवन शुरू किया।” उन्होंने आगे कहा, “कई प्रभावित लोग अपने जीवन को फिर से संवारने में सफल हुए और अद्भुत उपलब्धियां हासिल कीं। यह दिन हमें देश की एकता और सद्भाव के रिश्तों को और मजबूत करने की जिम्मेदारी भी याद दिलाता है।”
‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ हर वर्ष 14 अगस्त को भारत में मनाया जाता है, ताकि 1947 के विभाजन के दौरान शहीद हुए लोगों और झेली गई पीड़ा को स्मरण किया जा सके।