यह प्रधानमंत्री मोदी का लगातार 12वां स्वतंत्रता दिवस संबोधन था, जो पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के लगातार 11 भाषणों के रिकॉर्ड को पार कर गया.अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने अनुच्छेद 370 को हटाने के फैसले को ऐतिहासिक बताते हुए कहा,"जब हमने अनुच्छेद 370 की दीवार को तोड़कर एक देश, एक संविधान के मंत्र को साकार किया, तब हमने एक राष्ट्र, एक संविधान को जीवन मंत्र के रूप में स्वीकार किया. यह श्यामा प्रसाद मुखर्जी को सच्ची श्रद्धांजलि थी."
उन्होंने आगे कहा कि आज लाल किले के प्रांगण में देश के कोने-कोने से आए लोग मौजूद हैं. पंचायती प्रतिनिधि, ‘ड्रोन दीदी’ और ‘लखपति दीदी’ जैसी ग्रामीण पहल की नायिकाएं, खिलाड़ी, और वे सभी जिन्होंने अपने-अपने क्षेत्र में राष्ट्र के लिए योगदान दिया. उन्होंने कहा,"मेरी आंखों के सामने आज एक लघु भारत खड़ा है और लाल किला भी तकनीक के माध्यम से पूरे देश से जुड़ा हुआ है."
मोदी ने यह भी याद दिलाया कि आज भाजपा के वैचारिक स्तंभ और जनसंघ के संस्थापक डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की 125वीं जयंती है, उन्होंने कहा ,"डॉ. मुखर्जी भारत के संविधान के लिए बलिदान देने वाले पहले व्यक्ति थे। उनका त्याग और योगदान सदैव प्रेरणा देता रहेगा."
उन्होंने गर्व से कहा कि आज 140 करोड़ भारतीय तिरंगे के रंगों में रंगे हैं. "हर घर तिरंगा अभियान के तहत देश के हर कोने — रेगिस्तान, पहाड़, समुद्री तट और भीड़भाड़ वाले शहरों — में एक ही गीत, एक ही नारा, और मातृभूमि की जय-जयकार गूंज रही है."
इस वर्ष स्वतंत्रता दिवस पर ऑपरेशन सिंदूर की सफलता का भी विशेष उत्सव मनाया जा रहा है. ज्ञानपथ पर ऑपरेशन सिंदूर का लोगो और उसके थीम पर आधारित पुष्प सज्जा की जाएगी.
करीब 5,000 विशेष मेहमान इस वर्ष लाल किले पर समारोह में शामिल हुए — इनमें स्पेशल ओलंपिक्स 2025 के भारतीय दल, अंतरराष्ट्रीय खेल प्रतियोगिताओं के विजेता, खेलो इंडिया पैरा गेम्स के स्वर्ण पदक विजेता, और राष्ट्रीय मधुमक्खी पालन एवं शहद मिशन के तहत प्रशिक्षित और सफल किसान शामिल हैं.
देशभर में पहली बार स्वतंत्रता दिवस की शाम को देशभक्ति से ओतप्रोत बैंड प्रदर्शन भी आयोजित होंगे. सेना, नौसेना, वायुसेना, कोस्ट गार्ड, एनसीसी, सीआरपीएफ, आईटीबीपी, सीआईएसएफ, एसएसबी, बीएसएफ, आईडीएस, आरपीएफ और असम राइफल्स के बैंड देश के 140 प्रमुख स्थलों पर एक साथ प्रदर्शन करेंगे.
गौरतलब है कि अगस्त 2019 में केंद्र सरकार ने अनुच्छेद 370 को समाप्त कर जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाली व्यवस्था खत्म की थी और राज्य का पुनर्गठन कर उसे जम्मू-कश्मीर और लद्दाख दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित किया था.Addressing the nation on Independence Day. https://t.co/rsFUG7q6eP
— Narendra Modi (@narendramodi) August 15, 2025