सीरिया में नाज़ुक संघर्षविराम के बीच हिंसा फिर भड़कने की आशंका : संयुक्त राष्ट्र दूत

Story by  एटीवी | Published by  [email protected] | Date 22-08-2025
Syria's fragile ceasefire may lead to renewed violence: UN envoy
Syria's fragile ceasefire may lead to renewed violence: UN envoy

 

संयुक्त राष्ट्र

संयुक्त राष्ट्र के शीर्ष दूत ने चेतावनी दी है कि सीरिया का सत्ता संक्रमण अभी भी “धार पर टिका हुआ” है और दक्षिणी शहर स्वेदा में किसी भी वक्त हिंसा दोबारा भड़क सकती है, जहाँ पिछले महीने घातक झड़पें हुई थीं।

सीरिया के लिए यूएन दूत गियर पेडरसन ने गुरुवार को सुरक्षा परिषद को बताया कि भले ही संघर्षविराम के बाद स्वेदा में हिंसा कम हुई है, लेकिन “संघर्ष के फिर से शुरू होने का खतरा हमेशा मौजूद है, जैसे कि वे राजनीतिक विभाजनकारी ताकतें भी, जो सीरिया की संप्रभुता, एकता, स्वतंत्रता और क्षेत्रीय अखंडता को चुनौती देती हैं।”

सीरिया वर्तमान में गहरे जातीय और धार्मिक विभाजनों से जूझ रहा है। बीते दिसंबर में राष्ट्रपति बशर अल-असद के सत्ता से बेदखल होने के साथ दशकों पुराने असद परिवार के शासन का अंत हुआ। लेकिन संक्रमण बेहद नाज़ुक साबित हुआ है। मार्च में तटीय इलाकों और जुलाई में स्वेदा में हिंसा भड़कना दिखाता है कि लंबे गृहयुद्ध के बाद भी शांति कितनी असुरक्षित है।

13 जुलाई को स्वेदा में द्रूज़ मिलिशिया और स्थानीय सुन्नी बेदुइन जनजातियों के बीच झड़पें हुईं। सरकारी बलों ने हस्तक्षेप किया, लेकिन अंततः बेदुइनों का पक्ष लेते दिखाई दिए। इस पर इज़राइल ने द्रूज़ समुदाय के समर्थन में दर्जनों हवाई हमले किए और सरकारी सैनिकों के काफ़िलों को निशाना बनाया।

पेडरसन ने वीडियो ब्रीफिंग में कहा कि 19 जुलाई को हुआ संघर्षविराम अब तक अधिकांशतः कायम है, लेकिन “स्वेदा के आसपास खतरनाक झड़पें जारी हैं और किसी भी वक्त हालात बिगड़ सकते हैं।”

उन्होंने चेतावनी दी कि “एक महीने की अपेक्षाकृत सैन्य शांति के बावजूद राजनीतिक माहौल और खराब होता जा रहा है। कई पक्षों में कट्टर और टकरावपूर्ण बयानबाज़ी तेज़ हो रही है।”

यूएन दूत ने कहा कि अंतरिम राष्ट्रपति अहमद अल-शरा के नेतृत्व वाली संक्रमणकालीन सरकार को यह दिखाना होगा कि उसकी सुरक्षा सेनाएँ सभी सीरियाई नागरिकों की रक्षा कर रही हैं। उन्होंने सुरक्षा क्षेत्र में बड़े सुधार, गैर-सरकारी बलों के निरस्त्रीकरण और पुनर्वास की आवश्यकता पर ज़ोर दिया।

पेडरसन ने चेतावनी दी कि यदि वास्तविक राजनीतिक संक्रमण नहीं हुआ, तो सीरिया के लिए अंतरराष्ट्रीय समर्थन “भटक सकता है या बर्बाद हो सकता है।” उन्होंने दीर्घकालिक स्थिरता, सुशासन, ठोस सुधार और न्याय के लिए कानून के राज की मज़बूत प्रतिबद्धता को अनिवार्य बताया।

संयुक्त राष्ट्र के मानवीय प्रमुख टॉम फ़्लेचर ने सीरिया की मानवीय स्थिति को “गंभीर” बताते हुए कहा कि देशभर में 1.6 करोड़ लोग सहायता पर निर्भर हैं। उन्होंने कहा कि मानवीय कर्मियों की सुरक्षा बेहद ज़रूरी है, क्योंकि इस महीने राहत काफ़िले पर हमले हुए हैं।

फ़्लेचर ने बताया कि भोजन और अन्य सहायता के लिए धन की सख्त कमी है। 2025 के लिए यूएन की मानवीय अपील 3.19 अरब डॉलर की है, लेकिन अब तक सिर्फ 14% ही जुट पाया है।