आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पश्चिम एशिया के चार दिवसीय दौरे पर मंगलवार को सऊदी अरब पहुंचे और उन्होंने युवराज मोहम्मद बिन सलमान से ईरान के परमाणु कार्यक्रम को खत्म कराने, गाजा में युद्ध समाप्त कराने और तेल की कीमतों को नियंत्रण में रखने के अमेरिका के प्रयासों को लेकर बातचीत की.
ट्रंप सऊदी अरब की राजधानी के किंग खालिद अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर अपने एयर फोर्स वन विमान से उतरे और उनकी पश्चिम एशिया की यात्रा शुरू हुई. इस दौरान युवराज सलमान ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया. इसके बाद दोनों नेता रियाद हवाई अड्डे पर एक बड़े हॉल में गए, जहां ट्रंप और उनके साथ आए लोगों को परंपरागत अरेबिक कॉफी परोसी गई. ट्रंप का एयर फोर्स वन विमान जब रियाद पहुंचा, तो रॉयल सऊदी एयर फोर्स के एफ-15 विमानों ने उसे एस्कॉर्ट किया.
ट्रंप और युवराज सलमान रॉयल कोर्ट में दोपहर के भोज में शामिल हो रहे हैं, जिसमें मेहमान और सहयोगी भी शामिल हैं. इस समारोह में अनेक उद्यमियों को भी आमंत्रित किया गया है, जिनमें ब्लैकस्टोन ग्रुप के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) स्टीफन श्वार्जमैन, ब्लैकरॉक के सीईओ लैरी फिंक और टेस्ला तथा स्पेसएक्स के सीईओ एलन मस्क शामिल हैं. युवराज सलमान आज ट्रंप के सम्मान में रात्रिभोज भी देंगे. ट्रंप मंगलवार को अमेरिका-सऊदी निवेश सम्मेलन में भी भाग ले सकते हैं.
सऊदी अरब के निवेश मंत्री खालिद अल-फालिह ने कहा, ‘‘जब सऊदी और अमेरिकी मिलते हैं, तो बहुत अच्छी चीजें होती हैं. ऐसा अक्सर नहीं होता, लेकिन बड़ी चीजें होती हैं. ट्रंप ने अपने इस कार्यकाल में पहले पड़ाव के तौर पर सऊदी अरब को चुना था, क्योंकि उसने अमेरिका में बड़े निवेश करने का फैसला किया है. हालांकि, उन्हें पिछले महीने पोप फ्रांसिस के अंतिम संस्कार में भाग लेने के लिए इटली जाना पड़ा.
ट्रंप के पहले कार्यकाल में भी उन्होंने पहली यात्रा के लिए रियाद को चुना था. इस यात्रा में उनका कार्यक्रम सऊदी अरब के बाद कतर और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) जाने का है। इन सभी जगहों पर ट्रंप के दो बड़े बेटों द्वारा संचालित ट्रंप ऑर्गेनाइजेशन बड़ी रियल एस्टेट परियोजनाओं का निर्माण कर रही है। इनमें जेद्दाह में एक बहुमंजिला टावर, दुबई में एक लक्जरी होटल और कतर में एक गोल्फ कोर्स तथा विला कॉम्प्लेक्स शामिल हैं. अमेरिकी प्रशासन ने कहा कि वह इस यात्रा का उपयोग इस सप्ताह के अंत में सऊदी अरब के साथ-साथ कतर और संयुक्त अरब अमीरात की सरकारों के साथ आर्थिक समझौते शुरू करने के लिए करना चाहता है.