नई दिल्ली
रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध के बीच मानवीय आधार पर एक और बड़ा कदम उठाया गया है। दोनों देशों ने आपसी समझौते के तहत 146-146 सैन्य युद्धबंदियों को रिहा किया, वहीं यूक्रेन ने अतिरिक्त तौर पर 8 रूसी नागरिक युद्धबंदियों को भी आज़ाद कर दिया।
रूसी समाचार चैनल आरटी ने सोमवार को रक्षा मंत्रालय के हवाले से बताया कि इन कैदियों को रविवार को रिहा किया गया। मंत्रालय ने यह स्पष्ट नहीं किया कि रिहाई कहाँ हुई, लेकिन बताया कि मुक्त हुए रूसी सैनिक वर्तमान में पड़ोसी देश बेलारूस में चिकित्सकीय जाँच और उपचार करा रहे हैं। जल्द ही उन्हें रूस वापस भेज दिया जाएगा।
यूक्रेन ने जिन रूसी नागरिकों को छोड़ा, वे सभी यूक्रेन सीमा से लगे क्रुस्क प्रांत के निवासी थे। रूस की मानवाधिकार आयुक्त तात्याना मोस्कलकोवा उनकी रिहाई के दौरान मौजूद रहीं। उन्होंने कहा— “उनके चेहरे की भावनाएँ ही बता रही थीं कि जेल में उन्होंने कितने कष्ट और मानसिक तनाव झेले हैं। उनकी खुशी शब्दों में बयान नहीं की जा सकती।”
गौरतलब है कि रूस और यूक्रेन के बीच शांति वार्ता इस वर्ष मई से तुर्की के इस्तांबुल में जारी है। रूसी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के सहयोगी व्लादिमीर मेडिंस्की कर रहे हैं।
वार्ता शुरू होने के बाद से कई बार युद्धबंदियों और मारे गए सैनिकों के शवों का आदान-प्रदान हो चुका है।
2 जून को पहली बार दोनों देशों ने समझौते के तहत कुल 6,000 शवों और 2,000 युद्धबंदियों में से 1,000 को रिहा किया।
जुलाई के अंत में फिर 1,200 और युद्धबंदियों की अदला-बदली हुई।
इसके बाद 19 अगस्त को रूस ने 1,000 सैनिकों के शव यूक्रेन को सौंपे, जिसके बदले यूक्रेन ने 19 रूसी सैनिकों के शव लौटाए।
ताज़ा समझौते के साथ अब तक 2,400 से अधिक युद्धबंदी रिहा हो चुके हैं, जो इस संघर्ष के बीच मानवीय दृष्टि से एक अहम पहल मानी जा रही है।