राजस्थान के धौलपुर जिले के सरमथुरा कस्बे में उस्मानी समाज द्वारा आयोजित चौथा मुस्लिम प्रतिभा सम्मान समारोह समाज के भीतर शिक्षा के प्रति जागरूकता फैलाने और युवा प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करने की दिशा में एक उल्लेखनीय प्रयास बनकर सामने आया.
यह आयोजन सिर्फ एक औपचारिकता नहीं था, बल्कि समाज के विकास के लिए एक मजबूत संदेश और प्रेरणा का स्रोत भी साबित हुआ. समारोह में समाज के प्रतिष्ठित व्यक्तित्व, युवा वर्ग, विद्यार्थी, अभिभावक, शिक्षाविद और जनप्रतिनिधियों की गरिमामयी उपस्थिति ने इसे एक ऐतिहासिक कार्यक्रम बना दिया.
समारोह के मुख्य अतिथि के रूप में पधारे समाजसेवी एवं प्रतिष्ठित व्यवसायी अब्दुल लतीफ आरको ने अपने प्रेरणादायक संबोधन में शिक्षा को समाज की तरक्की का सबसे सशक्त माध्यम बताया.
उन्होंने दो टूक कहा कि अगर समाज को सशक्त बनाना है तो शिक्षा को सबसे ऊपर रखना होगा. उन्होंने कहा, "आधी रोटी खा लेना, लेकिन बच्चों को शिक्षा से वंचित मत रखना." यह बात उन्होंने न केवल भावनात्मक रूप से, बल्कि सामाजिक और आर्थिक यथार्थ को ध्यान में रखते हुए कही.
उन्होंने समाज के लोगों से अपील की कि बेटा-बेटी में भेदभाव न करें और शादी-ब्याह में फिजूलखर्ची से बचें, क्योंकि वही पैसा यदि शिक्षा पर लगाया जाए तो आने वाली पीढ़ियाँ समाज को नई ऊँचाइयों पर ले जा सकती हैं.
समारोह से पूर्व मुख्य अतिथि आरको, रमज़ान, इरफान खैरथल और डॉ. शफीक का स्वागत गंगापुर सिटी महापंचायत के अध्यक्ष याकूब, वरिष्ठ उपाध्यक्ष गुलबुद्दीन और उनकी टीम ने किया.
इसके बाद वे करौली स्थित एक मदरसे पहुँचे, जहाँ मदरसे के मुतामिद और जिम्मेदारों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया. वहाँ उपस्थित बच्चों को संबोधित करते हुए श्री आरको ने उन्हें इंसाफ, ईमानदारी और मेहनत के साथ जीवन जीने की प्रेरणा दी.
उन्होंने यह भी कहा कि आज का छात्र ही कल का समाज निर्माता होता है, और यदि उसे सही मार्गदर्शन और संसाधन मिले तो वह चमत्कार कर सकता है.
समारोह का मुख्य आकर्षण उन विद्यार्थियों को सम्मानित करना रहा जिन्होंने शैक्षणिक सत्र 2024-25 में 80 प्रतिशत से अधिक अंक हासिल किए. इन होनहार विद्यार्थियों को मंच पर बुलाकर सम्मानित किया गया और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की गई.
इसके अलावा 2025 में नौकरी प्राप्त करने वाले युवाओं, मुकद्दस हज से लौटे हाजियों और कुरान शरीफ को हिफ्ज़ करने वाले हाफिज़ों को भी विशेष रूप से सम्मानित किया गया. यह पहल समाज के उन सभी वर्गों को मंच पर लाने का प्रयास थी जो समाज के लिए प्रेरणा बन सकते हैं.
कार्यक्रम की अध्यक्षता नवाब खान ने की, जिन्होंने समाज के उत्थान और एकजुटता के लिए निरंतर प्रयास करने का आश्वासन दिया. उन्होंने कहा कि समाज जब अपने बच्चों की शिक्षा को प्राथमिकता देगा, तभी वह सशक्त बन पाएगा.
उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि ऐसे कार्यक्रमों को नियमित रूप से आयोजित किया जाना चाहिए ताकि समाज में सकारात्मक सोच को बढ़ावा मिले.इस अवसर पर बसेड़ी के विधायक संजय जाटव भी समारोह में विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित रहे.
उन्होंने समाज के युवाओं से देश के विकास में सक्रिय भूमिका निभाने का आह्वान किया. उन्होंने कहा कि मुस्लिम समाज में अपार प्रतिभा है, जिसे अगर सही दिशा और संसाधन मिलें तो वह न केवल समाज, बल्कि देश को भी नई ऊँचाइयों तक पहुँचा सकता है.
समारोह में बड़ी संख्या में समाज के प्रतिनिधियों, स्थानीय नेताओं, विद्यार्थियों और अभिभावकों ने भाग लिया. सभी ने एकजुट होकर शिक्षा को समाज की प्राथमिकता बनाने का संकल्प लिया.
कार्यक्रम के अंत में यह स्पष्ट हो गया कि उस्मानी समाज शिक्षा के माध्यम से अपने भविष्य को संवारने के लिए पूरी तरह तैयार है. इस समारोह ने यह साबित कर दिया कि जब समाज एक दिशा में मिलकर चलता है, तो तरक्की की राह खुद-ब-खुद बनती चली जाती है.
इस गरिमामयी आयोजन के माध्यम से न केवल प्रतिभाओं को सम्मान मिला, बल्कि समाज में एक नई चेतना का संचार हुआ. यह आयोजन उस्मानी समाज की सोच में आ रहे सकारात्मक परिवर्तन का प्रतीक बना, जो आने वाले वर्षों में समाज को नई पहचान दिलाने की क्षमता रखता है.