आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
यूक्रेन और रूस के बीच जारी युद्ध को समाप्त कराने के लिए अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच अलास्का में हुई बातचीत बेनतीजा रही और दोनों नेताओं के बीच कुछ अहम मुद्दों पर सहमति नहीं बन सकी.
अलास्का में दोनों नेताओं के बीच बैठक के बाद पुतिन ने दावा किया कि यूक्रेन को लेकर ‘सहमति’ बनी है. इसके साथ ही उन्होंने यूरोप को चेतावनी दी कि वह प्रगति में कोई बाधा नहीं डाले। पुतिन के दावे के बाद ट्रंप ने कहा ‘‘जब तक कोई समझौता नहीं हो जाता तब तक कुछ भी पक्के तौर पर नहीं कहा जा सकता.’
ट्रंप ने कहा कि वह पुतिन और उनके बीच हुई बातचीत की जानकारी देने के लिए यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की तथा यूरोपीय नेताओं को बुलाएंगे.
ट्रंप अनेक बार यूक्रेन को अमेरिका का समर्थन मिलने पर ऐतराज जता चुके हैं और पुतिन की प्रशंसा कर चुके हैं. उन्होंने व्हाइट हाउस में वापसी के पहले ही दिन पूरे विश्वास के साथ कहा था कि वह दोनों देशों के बीच युद्ध समाप्त कराएंगे। हालांकि कार्यकाल के सात माह बीतने के बाद भी वह पुतिन को लड़ाई रोकने के लिए राजी नहीं कर पाए हैं.
रूस और यूक्रेन के बीच चार वर्ष से जारी युद्ध को रोकने के लिए ट्रंप हर हथकंडा अपना रहे हैं। कभी वह रूस पर कठोर आर्थिक प्रतिबंध लगाने की धमकी देते हैं तो वहीं उन्होंने ज्वाइंट बेस एल्मेंडोर्फ-रिचर्डसन में पुतिन का गर्मजोशी से स्वागत भी किया.
सारी कवायद के बीच बैठक से ट्रंप को अपेक्षित परिणाम नहीं मिले तथा दोनों नेताओं ने पत्रकारों के प्रश्नों के उत्तर नहीं दिए.