पाकिस्तान. स्थानीय पुलिस के अनुसार, शुक्रवार को उत्तर-पश्चिमी पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में एक तालिबान समर्थक मदरसा या धार्मिक स्कूल के भीतर एक मस्जिद में एक शक्तिशाली बम विस्फोट हुआ, जिसमें कम से कम पांच श्रद्धालुओं की मौत हो गई और दर्जनों अन्य घायल हो गए.
जिला पुलिस प्रमुख अब्दुल रशीद ने बताया कि यह विस्फोट खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के एक जिले अककोरा खट्टक में हुआ. उन्होंने बताया कि अधिकारी जांच कर रहे हैं और मृतकों तथा घायलों को अस्पताल पहुंचाया जा रहा है.
समाचार एजेंसी एसोसिएटेड प्रेस ने बताया कि जामिया हक्कानिया के अंदर हुए हमले की जिम्मेदारी अभी तक किसी समूह ने नहीं ली है. यह मदरसा अफगान तालिबान के साथ संबंधों के लिए जाना जाता है.
यह बम विस्फोट मुस्लिमों के पवित्र महीने रमजान से पहले हुआ है, जो चांद दिखने पर शनिवार या रविवार को शुरू होने की उम्मीद है. इसकी उग्र विचारधारा और इसने जितने तालिबान लड़ाके तैयार किए हैं, उसके कारण इसे ‘जिहाद का विश्वविद्यालय’ उपनाम दिया गया है.
इस विशाल परिसर में लगभग 4,000 छात्र रहते हैं, जिन्हें मुफ्त में भोजन, कपड़े और शिक्षा दी जाती है. दशकों से, पाकिस्तानी मदरसे उग्रवाद के लिए इनक्यूबेटर के रूप में काम कर रहे हैं, जहाँ हजारों शरणार्थियों को शिक्षा दी जाती है, जिनके पास कट्टरपंथी मौलवियों के भड़काऊ भाषणों के अलावा शिक्षा के लिए कोई और विकल्प नहीं है.