लाहौर
पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में अल्पसंख्यक अहमदिया समुदाय की लगभग 100 कब्रों को अपवित्र किए जाने की घटना सामने आई है. पुलिस ने गुरुवार को इस घटना की पुष्टि की.
इस ताजा मामले के बाद इस वर्ष देशभर में अहमदिया समुदाय की अपवित्र की गई कब्रों की संख्या 269 तक पहुंच गई है.जमात-ए-अहमदिया पाकिस्तान के प्रवक्ता आमिर महमूद ने बताया कि यह घटना पंजाब के खुशाब जिले की है, जो लाहौर से लगभग 250 किलोमीटर दूर स्थित है.
उन्होंने आरोप लगाया कि तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (टीएलपी) नामक कट्टरपंथी इस्लामी पार्टी के लोगों पर इस घटना में शामिल होने का संदेह है.महमूद के अनुसार, खुशाब के रोडा इलाके में स्थित कब्रिस्तान में अहमदी समुदाय की लगभग 100 कब्रों के पत्थर तोड़ दिए गए.
जब समुदाय के कुछ लोग कब्रिस्तान पहुंचे, तो उन्होंने देखा कि सभी अहमदी कब्रों को जानबूझकर अपवित्र किया गया है.उन्होंने आरोप लगाया कि टीएलपी से जुड़े कुछ लोग लंबे समय से स्थानीय अहमदियों के खिलाफ नफरत फैलाने और हिंसा भड़काने में लगे हुए हैं.
साथ ही कुछ पुलिस अधिकारियों पर भी यह आरोप लगाया गया कि उन्होंने अहमदियों पर कब्रों को खुद ही गिराने के लिए दबाव डाला था, जिसे समुदाय ने सख्ती से खारिज कर दिया.
इस संबंध में अहमदी समुदाय ने जिला पुलिस अधिकारी (डीपीओ), खुशाब को दोषियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग करते हुए एक औपचारिक शिकायत दर्ज कराई है.
इस घटना के बाद सोशल मीडिया पर टीएलपी के मौलवी जिया मुस्तफा शाह का एक वीडियो भी वायरल हो रहा है, जिसमें वह खुलकर अहमदियों के खिलाफ भड़काऊ भाषण दे रहे हैं और लोगों से खुशाब में उनकी कब्रें नष्ट करने की अपील कर रहे हैं.






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