नेपाल में भारत विरोधी प्रदर्शनों पर नेपाल सरकार सख्त

Story by  मंजीत ठाकुर | Published by  [email protected] • 2 Years ago
शेर बहादुर देउबा
शेर बहादुर देउबा

 

पंकज दास/ काठमांडू

नेपाल में नई सरकार बनने के बाद सत्तारूढ़ गठबन्धन दल माओवादी और समाजवादी पार्टी के समर्थकों और कार्यकर्ताओं द्वारा भारत विरोधी प्रदर्शन किए जाने की घटना को नेपाल सरकार ने अत्यन्त ही गम्भीरता से लिया है.

सरकार के तरफ से गृह मंत्रालय ने 24 घंटे के भीतर लगातार दो बार वक्तव्य जारी करते हुए बिना वजह भारत विरोधी प्रदर्शन करने सख्त ऐतराज जताते हुए कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी है.

अपने वक्तव्य में गृह मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा है कि मित्रराष्ट्र के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किए जाने की घटना पर खेद व्यक्त करते हुए इसको अत्यन्त ही गम्भीरता से लिया है. नेपाल अपनी भूमि पर किसी भी हालत में अपने मित्र राष्ट्र के विरोध में प्रयोग नहीं होने देने के लिए प्रतिबद्ध है. पड़ोसी देश के स्वाभिमान और सम्मान को आंच पहुंचे इस तरह की किसी भी हरकत को माफ नहीं किया जा सकता है.

गृह मंत्रालय ने चेतावनी जारी करते हुए पड़ोसी देश के खिलाफ होने वाले नारा-जुलूस प्रदर्शन और विरोध सभा नहीं करने की अपील करते हुए कहा है कि इस तरह की हरकत करने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी.

नेपाल के गृह मंत्रालय ने कहा है कि सरकार की प्राथमिकता पडोसी देश के साथ संबंधों को सुधार करते हुए उसे और सुदृढ़ करना है. सरकार पड़ोसी देशों के साथ कूटनीतिक वार्ता के माध्यम से सभी समस्याओं को सुलझाना चाहती है.

दरअसल नेपाल सरकार ने पहली बार चीन के साथ सीमा विवाद रहने की बात स्वीकार करते हुए चीन के द्वारा अतिक्रमित नेपाली भूमि के बारे में जांच के लिए एक उच्चस्तरीय कमिटी का गठन किया है.