नई दिल्ली,
Rashtriya Swayamsevak Sangh (RSS) की शताब्दी समारोह में बुधवार को लगभग दो दर्जन देशों के 50 से अधिक राजदूत और उच्चायुक्त शामिल हुए।
कार्यक्रम के दूसरे दिन उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों में अमेरिका के प्रथम सचिव गैरी एपलगार्थ, अमेरिका के मंत्री-काउंसलर (राजनीतिक मामले) आरोन कोप, चीन के मंत्री-काउंसलर झोउ गुओहुई, रूस के प्रथम सचिव मिखाइल ज़ैतसेव, श्रीलंका के उच्चायुक्त प्रदीप मोसिनी और मलेशिया के उच्चायुक्त दातो मुजाफर शामिल थे।
इसके अलावा, उज्बेकिस्तान के काउंसलर उलुगबेक रिजाएव, कजाकिस्तान के काउंसलर दिमासग सिज़दिकोव और इज़राइल के राजदूत रुएवन अज़र्म भी कार्यक्रम में उपस्थित रहे।
तीन दिवसीय यह कार्यक्रम ‘RSS की 100 वर्षों की यात्रा: नए क्षितिज’ विषय के तहत विज्ञान भवन, नई दिल्ली में मंगलवार से शुरू हुआ।
पहले दिन के व्याख्यान में RSS प्रमुख मोहन भागवत ने भारत के भविष्य और ‘स्वयंसेवकों’ की भूमिका पर अपने विचार साझा किए। तीसरे दिन वे प्रतिभागियों के प्रश्नों का उत्तर देंगे।
विदेशी प्रतिनिधियों के लिए भाषण का लाइव अनुवाद अंग्रेजी, फ्रेंच और स्पेनिश में किया गया।
RSS ने अपने शताब्दी वर्ष के अवसर पर देशभर में एक विशाल जन संपर्क अभियान शुरू करने की योजना बनाई है, जिसमें एक लाख से अधिक ‘हिंदू सम्मेलन’ आयोजित किए जाएंगे। इस अभियान की शुरुआत 2 अक्टूबर को नागपुर स्थित संगठन के मुख्यालय से मोहन भागवत के भाषण से होगी।
साथ ही, शताब्दी वर्ष के दौरान देशव्यापी घर-घर संपर्क कार्यक्रम भी चलाने की योजना है।