दुबई
लाल सागर में सोमवार को एक वाणिज्यिक जहाज पर बड़ा हमला हुआ, जिसमें दो सुरक्षाकर्मी घायल हो गए और दो अन्य लापता हैं। यह हमला ऐसे समय में हुआ है जब यमन के हूती विद्रोहियों ने हाल ही में एक अन्य जहाज को डुबोने का दावा किया था, जिससे क्षेत्र में तनाव और अधिक बढ़ गया है।
निजी सुरक्षा कंपनी ‘एम्ब्रे’ ने जानकारी दी कि यह हमला लाइबेरियाई ध्वज वाले एक बल्क कैरियर पर हुआ, जो उस वक्त स्वेज नहर की ओर उत्तर दिशा में बढ़ रहा था। हमलावर छोटी नावों और बम से लैस ड्रोन के जरिए आए और उन्होंने जहाज को निशाना बनाया। सुरक्षा गार्डों ने जवाबी फायरिंग की, लेकिन हमले में दो गार्ड घायल हो गए और दो लापता हैं।
हमले के बाद जहाज के इंजन ने काम करना बंद कर दिया और वह नियंत्रण से बाहर बहने लगा, जिसे ‘एम्ब्रे’ ने ट्रैक किया।
यह हमला हूती विद्रोहियों द्वारा रविवार को किए गए एक अन्य हमले के तुरंत बाद हुआ है, जिसमें उन्होंने लाइबेरियाई ध्वज और यूनानी स्वामित्व वाले जहाज 'मैजिक सीज़' को निशाना बनाया था। हूतियों ने दावा किया था कि यह जहाज डूब गया।
इन घटनाओं के बाद अंदेशा है कि हूती विद्रोही फिर से लाल सागर में वाणिज्यिक जहाजों को निशाना बनाने की मुहिम शुरू कर सकते हैं। इससे अमेरिका और पश्चिमी देशों की सैन्य गतिविधियों में फिर से तेजी आ सकती है, खासकर ऐसे वक्त में जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन ने हूतियों पर बड़ा हवाई हमला किया है।
यह घटना ऐसे समय में हुई है जब इज़राइल-हमास युद्ध, ईरान-इज़राइल संघर्ष, और ईरानी परमाणु स्थलों पर अमेरिकी हमलों के चलते पूरा पश्चिम एशिया गंभीर तनाव की चपेट में है।
ब्रिटिश सेना के ‘यूके मैरीटाइम ट्रेड ऑपरेशंस’ (UKMTO) केंद्र ने हमले की पुष्टि की है, जबकि हूती विद्रोहियों के अल-मसीरा टीवी चैनल ने हमले की ओर संकेत जरूर किया है, लेकिन अब तक इसकी औपचारिक जिम्मेदारी नहीं ली गई है।
अमेरिकी सेंट्रल कमांड ने भी हमले की पुष्टि की है, लेकिन अभी कोई अतिरिक्त बयान नहीं जारी किया गया है।