काबुल. तालिबान द्वारा रविवार को अफगानिस्तान पर नियंत्रण करने के बाद अराजकता फैल गई थी. हवाई अड्डे पर बड़ी भीड़ देश से बाहर निकलने के लिए अमेरिकी सैन्य विमान सी-17में सवार हो गई थी. पीड़ितों में से तीन लोग जहाज में लटक गए थे और हवा में उड़ रहे प्लेन से गिरकर उनकी मौत हो गई थी.
एक मृतक की पहचान हो गई है, उसका नाम फिदा मुहम्मद था और वह पेशे से डॉक्टर था. वह पगमान जिले का रहने वाला था, उसी शाम उसे दफना दिया गया था.
सोमवार (16अगस्त) को तालिबान द्वारा काबुल पर नियंत्रण करने के बाद हजारों लोग हवाई अड्डे पर भागने लगे थे, क्योंकि अफवाहें फैलीं कि अफगानों को बिना वीजा के संयुक्त राज्य अमेरिका भेजा जा रहा था.
सैन्य विमान में सैकड़ों लोग सवार हुए और जिन्हें जगह नहीं मिली, वे विमान के दरवाजे बंद होने के बाद पहियों और पंखों से लटक गए थे. विमान के उड़ान भरने के बाद कुछ लोगों को विमान से गिरते देखा गया और इस दृश्य के वीडियो भी बनाए गए.
पंझवाक की रिपोर्ट में कहा गया है कि डॉ. फिदा मोहम्मद शहीद स्क्वायर के एक निजी अस्पताल में काम करते थे. फिदा मोहम्मद के पिता पायेंदा मोहम्मद ने पंझवाक अफगान न्यूज को बताया कि वह उनका सबसे बड़ा बेटा था, जिसने बड़ी मुश्किल से पढ़ाई की और डॉक्टर बना था.
मोहम्मद ने यह भी कहा कि उसकी शादी एक साल पहले फिदा मोहम्मद की पसंद के अनुसार तय की गई थी. उनके मुताबिक, उनकी शादी में काफी खर्च आया और फिदा मोहम्मद कर्ज में डूबे हुए थे. इसलिए वह हमेशा विदेश जाने के रास्ते तलाशता रहता था.
मोहम्मद ने यह भी कहा, “तालिबान के आने के दूसरे दिन वह घर से निकला और हमें लगा कि वह काम पर गया है. जब मैंने घर फोन किया, तो नंबर बंद था और फिर डेढ़ घंटे बाद फोन आया कि फोन प्लेन से गिरे शख्स की जेब में है. मोहम्मद के मुताबिक. मुझे अभी भी उम्मीद थी कि वह बच गए होंगे, लेकिन जब मैं वहां पहुंचस, तो मुझे अपने बेटे का शव मिला.”