असफल हमले के बाद ईरान की शक्ति का प्रकट होना मृगतृष्णा है: सऊदी विश्लेषक

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  [email protected] | Date 17-04-2024
Israeli defence system intercepts Irani missiles
Israeli defence system intercepts Irani missiles

 

तेल अवीव, इजराइल. एक प्रमुख सऊदी टिप्पणीकार ने कहा कि पहली बार सीधे इजराइल पर हमला करने और इतने हाई-प्रोफाइल तरीके से विफल होने के बाद, ईरान को अरब दुनिया के सामने यह साबित करना होगा कि उसकी शक्ति की उपस्थिति कोई मृगतृष्णा नहीं है.

विश्लेषक अब्देल अजीज अल खामिस ने इजराइल की प्रेस सेवा को बताया, ‘‘अब हमें पता चलेगा कि क्या ईरान वास्तव में एक साम्राज्य है, या क्या यह किसी अन्य देश की तरह सिर्फ एक देश है. शायद हमें पता चलेगा कि यह हमास की तरह सिर्फ एक मिलिशिया है.’’

खामिस ने कहा, ‘‘अरब दुनिया और ईरान में, हम ईरान की मिसाइलों की खराब क्षमता के लिए उपहास के शब्द सुन रहे हैं. उनमें से कुछ इराक में बिजली के तारों का शिकार हो गए, जबकि अन्य जॉर्डन के क्षेत्र में टुकड़ों के रूप में गिर गए और इंटरनेट के माध्यम से नीलामी में बेचे जा रहे हैं.यह शक्ति व्यक्त नहीं करता है.’’

खामिस ने टीपीएस-आईएल को बताया, ‘‘शनिवार रात का हमला सद्दाम हुसैन के असफल हमले की याद दिलाता है, जिन्होंने इजराइल पर मिसाइलें दागी थीं.’’ वह 1991 के खाड़ी युद्ध का जिक्र कर रहे थे, जब इराक ने इजराइल पर स्कड मिसाइलें दागी थीं. अधिक व्यापक विनाश की आशंका के बावजूद दो इजरायली मारे गए और 28 इमारतें नष्ट हो गईं. मिसाइल इजरायली प्रतिशोध लेने में विफल रहे, जिससे सद्दाम को उम्मीद थी कि कुवैत पर उसके आक्रमण का मुकाबला करने वाला अंतर्राष्ट्रीय गठबंधन टूट जाएगा.

इजराइल रक्षा बलों के अनुसार, लॉन्च किए गए लगभग 320 ड्रोन और मिसाइलों में से 99 फीसद को रोक दिया गया था. जबकि अधिकांश यूएवी को अमेरिकी, जॉर्डन, ब्रिटिश और फ्रांसीसी सेनाओं ने मार गिराया. एरो -3 प्रणाली ने उच्च ऊंचाई पर बैलिस्टिक मिसाइलों को मार गिराया.

खामिस ने कहा कि अरब जगत ने इजराइल की बहुस्तरीय मिसाइल रक्षा प्रणाली और इसके नतीजों पर गौर किया है. खामिस ने टीपीएस-आईएल को बताया, ‘‘ईरानी विफलता के सामने, इजराइल ने अन्य देशों के साथ मिलकर मिसाइल हमलों के खिलाफ अपने हवाई क्षेत्र की रक्षा करने की बहुत प्रभावशाली क्षमता का प्रदर्शन किया है.’’ उन्होंने कहा कि यह इजराइल और उदारवादी अरब राज्यों का एक अकल्पनीय सैन्य गठबंधन के लिए द्वार खोलता है.

उन्होंने जोर देकर कहा, ‘‘इसमें कोई संदेह नहीं है कि इजराइल सहित क्षेत्र के लोग समझते हैं कि केवल शांति ही समाधान है और चरम इस्लाम, ईरानियों और मुस्लिम ब्रदरहुड के खिलाफ खड़े होने का यही एकमात्र तरीका है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘अरब लोगों को यह समझने का समय आ गया है कि यहूदियों को समुद्र में फेंकने के आह्वान के लिए अब कोई जगह नहीं है और क्षेत्रीय गठबंधन बनाया जाना चाहिए.’’

 

ये भी पढ़ें :  यूपीएससी में कामयाबी हासिल करने वाले आतिफ वकार बोले, अब्बू कहते थे बेटा हौसला नहीं हारना
ये भी पढ़ें :  यूपीएससी 2023 रिजल्ट: छह साल बाद मुस्लिम उम्मीदवारों का जलवा, जामिया और एएमयू के छात्रों का बेहतर प्रदर्शन