यूपीएससी में कामयाबी हासिल करने वाले आतिफ वकार बोले, अब्बू कहते थे बेटा हौसला नहीं हारना

Story by  मोहम्मद अकरम | Published by  [email protected] | Date 17-04-2024
Atif Waqar, who achieved success in UPSC, said, father used to tell son not to lose courage.
Atif Waqar, who achieved success in UPSC, said, father used to tell son not to lose courage.

 

मोहम्मद अकरम / नई दिल्ली

“अब्बू हमेशा बोलते थे कि अगर नहीं हो रहा है तो हौसला नहीं हारना है और जब तक तुमको लगता है कि तुम कर सकते हो करो, फैमिली सपोर्ट हमेशा रहा और पापा मम्मी हमेशा ही बोलते थे कि हमारा सपोर्ट रहेगा. तुम करते रहो, तुम को बाकी चीजों के लिए सोचा नहीं है. हमारे लिए अब्बू अम्मी प्रेरणादायक हैं”. माता पिता के इसी हौंसले से आतिफ वकार ने यूपीएससी में छठी बार की कोशिश में कामयाब हो पाए हैं. 

मंगलवार को लोक सेवा आयोग ने साल 2023 का रिजल्ट घोषित किया जिसमें करीब 50 मुस्लिम छात्र और छात्राओं ने कामयाबी का परचम लहराया है. जामिया मिल्लिया इस्लामिया के आवासीय कोचिंग अकादमी (आरसीए) में कोचिंग और प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले 31 उम्मीदवारों का चयन हुआ है, जो पिछले वर्ष की तुलना में आठ प्रतिशत की बढ़ोतरी है.
 
उन्हीं में आतिफ़ वकार भी हैं जिन्होंने छठ्ठी बार की कोशिश में 819वां रैंक हासिल की है. वह झारखंड के जमशेदपुर का रहने वाला है. उनके माता पिता सरकारी शिक्षक हैं.
 
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यूपीएससी ख्वाब था जो आज पूरा हो गया

आतिफ़ वकार इस समय बिहार के नवादा जिले में बी. डी. ओ के पोस्ट पर हैं. शुरुआती शिक्षा घर पर जिला मुख्यालय में हुई. आवाज द वॉइस से बात करते हुए आतिफ वकार ने बताया कि जामिया मिल्लिया का आवासीय कोचिंग उनकी कामयाबी में अहम रोल निभाया.
 
आतिफ ने बताया, आरसीए में पॉजिटिव मोटिवेशन मिलता है, हमें शुरू से यूपीएससी क्लियर करने का शौक था लेकिन जब मैंने देखा कि यूपीएससी में जब मेरा नहीं हो रहा है तो मैंने स्टेट पीसीएस का एग्जाम देना शुरू कर दिया और मेरा बीपीएससी में सिलेक्शन हो गया. मगर, यूपीएससी ख्वाब था जो आज पूरा हो गया है.
 
पॉजिटिव मोटिवेशन जरूरी

बिहार यूपी और झारखंड यहां के बच्चे यूपीएससी में बहुत ज्यादा आते हैं उसका कारण क्या है. इसके जवाब में वकार ने कहा कि बिहार झारखंड के एरिया में इंडस्ट्रियल की कमी है तो इसके वजह से बच्चे जो Reliable और जॉब के मौके होते हैं जैसे कि गवर्नमेंट जॉब्स इस पर ज्यादा फोकस हो जाते हैं. इसे देख कर दूसरों को प्रेरणा मिलता है और वह भी इस मैदान में आते हैं, मेहनत करते हैं.
 
मेरे साथ भी ऐसा ही हुआ जब मैंने आरसी में दोस्तों को क्लियर करते हुए देखा तो फिर मेरे अंदर भी पॉजिटिव मोटिवेशन पैदा हुआ. 
 
यूपीएससी तैयारी.....

यूपीएससी तैयारी के बारे में बताया कि इसके के लिए कड़ी मेहतन करनी पड़ती हैं. हमेशा किताबी बातों को दिमाग में रखना पड़ता है. एक ही चीज को बार बार पढ़ना जरूरी होता हैं, साथ ही बीच-बीच में ब्रेक लेना होता है चाय पीने जाना, दोस्तों के साथ क्रिकेट खेलना है या वॉलीबॉल कैरम खेलना है जिससे मिजाज हल्का रहता है.
 
अब्बू बोलते थे बेटा हौसला हारना नहीं 

अब्बू हमेशा बोलते थे कि अगर नहीं हो रहा है तो हौसला नहीं हारना है और जब तक तुमको लगता है कि तुम कर सकते हो करो, फैमिली सपोर्ट हमेशा रहा और पापा मम्मी हमेशा ही बोलते थे कि हमारा सपोर्ट रहेगा. तुम करते रहो, तुम को बाकी चीजों के लिए सोचा नहीं है. हमारे लिए अब्बू अम्मी प्रेरणादायक हैं.
 
हमेशा मोटिवेट करते थे

आतिफ़ वकार ने बताया कि मैं 3 साल से जामिया आरसीए में हूं. बार-बार विफल होने के बाद भी मैं मायूस नहीं हुआ तो इसमें एक बहुत बड़ा फैक्टर जामिया का है. जामिया एडमिनिस्ट्रेशन, मेरे दोस्त हमेशा मोटिवेट करते थे.