ग्रीनबेल्ट (अमेरिका)
पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के पहले कार्यकाल में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार रहे जॉन बोल्टन पर गोपनीय दस्तावेज़ों को घर में रखने और परिवार के सदस्यों के साथ संवेदनशील जानकारी साझा करने के आरोप में गुरुवार को 18 आरोपों की चार्जशीट दायर की गई है।
चार्जशीट में दावा किया गया है कि बोल्टन ने 2018 से अगस्त 2025 तक अपने सरकारी अनुभवों से जुड़ी 1,000 से अधिक पृष्ठों की डायरी जैसी प्रविष्टियाँ अपनी पत्नी और बेटी को भेजीं, जिनमें से कई में 'टॉप सीक्रेट' श्रेणी की जानकारियाँ शामिल थीं। इसमें यह भी कहा गया है कि जब ईरानी हैकर्स ने बोल्टन का ईमेल अकाउंट हैक किया, तो वे इस संवेदनशील जानकारी तक पहुँच गए।
एफबीआई को दी गई अधूरी जानकारी
चार्जशीट के अनुसार, 2021 में बोल्टन के एक प्रतिनिधि ने FBI को बताया कि उनका ईमेल अकाउंट हैक हो गया है, लेकिन यह नहीं बताया कि उस अकाउंट से गोपनीय जानकारी साझा की गई थी या अब वो जानकारी दुश्मन ताकतों के पास है।
यह मामला अब ट्रंप के एक और आलोचक के खिलाफ तीसरा आपराधिक मुकदमा बन गया है, जो ऐसे वक्त सामने आया है जब यह सवाल उठ रहे हैं कि क्या ट्रंप सरकार केवल अपने विरोधियों को निशाना बना रही है, जबकि उनके सहयोगियों को जांच से बचाया जा रहा है।
बोल्टन का पलटवार: “राजनीतिक बदले की कार्रवाई”
बोल्टन ने इन आरोपों से साफ इनकार करते हुए कहा,"मुझे ट्रंप की उस मुहिम का निशाना बनाया गया है जिसमें वो अपने विरोधियों को डराने के लिए न्याय विभाग का इस्तेमाल कर रहे हैं।"
उन्होंने कहा कि यह मामला पहले ही खारिज हो चुका था और अब इसे फिर से उछाला जा रहा है।
अभियोजन पक्ष के दावे
चार्जशीट में कहा गया है कि बोल्टन ने जिन दस्तावेज़ों को साझा किया, उनमें शामिल थीं:
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विदेशी दुश्मनों की मिसाइल लॉन्च योजनाएं
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अमेरिकी खुफिया एजेंसियों की रणनीति
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कोवर्ट ऑपरेशनों की योजनाएं
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और हमलों के लिए जिम्मेदार गुटों की पहचान से जुड़ी जानकारी
चार्जशीट के अनुसार, बोल्टन ने अपनी पत्नी और बेटी को एक दस्तावेज भेजते हुए लिखा था –
“इन सब पर कोई बात नहीं करना!!!”
जिस पर उनके परिवार के सदस्य ने जवाब दिया – “श्श्श्श…”
अटॉर्नी जनरल का बयान
अमेरिकी अटॉर्नी जनरल पैम बॉन्डी ने कहा:“अमेरिका में सभी के लिए एक समान न्याय है। कोई भी व्यक्ति, चाहे कितना भी प्रभावशाली क्यों न हो, यदि राष्ट्रीय सुरक्षा से खिलवाड़ करता है तो उसे जवाब देना होगा।”
बोल्टन की सफाई: “यह तो डायरी थी”
बोल्टन के वकील एबी लोवेल ने कहा कि यह मामला पहले ही जांचा जा चुका है और FBI को 2021 से सब कुछ पता था।“बोल्टन ने अपने 45 साल के करियर में व्यक्तिगत डायरी रखी थी, और उन्होंने सिर्फ़ अपनी पत्नी और बेटी से कुछ निजी अनुभव साझा किए थे — यह कोई अपराध नहीं है।”
ट्रंप के साथ पुराना विवाद
बोल्टन की 2020 में प्रकाशित किताब ‘The Room Where It Happened’ में उन्होंने ट्रंप की विदेश नीति को अनजान, कमजोर और स्वार्थी बताया था। ट्रंप प्रशासन ने इस किताब को रोकने की कोशिश की थी, यह कहकर कि इसमें गोपनीय जानकारियाँ हैं, लेकिन बोल्टन के वकीलों ने दावा किया कि व्हाइट हाउस के समीक्षा अधिकारी ने किताब को क्लीयरेंस दिया था।
बोल्टन ने कहा:“यह आरोप केवल मेरी डायरी या मेरे विचारों पर हमला नहीं है, बल्कि ट्रंप की उस रणनीति का हिस्सा है जिसमें वो यह तय करना चाहते हैं कि उनके बारे में क्या कहा जा सकता है।”
बोल्टन का राजनीतिक इतिहास
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रेगन प्रशासन में न्याय विभाग में काम किया
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बुश प्रशासन में विदेश मंत्रालय में हथियार नियंत्रण पर विशेष जिम्मेदारी निभाई
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2005 में संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका के राजदूत बने लेकिन सीनेट से मंजूरी न मिलने के कारण पद छोड़ना पड़ा
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2018 में ट्रंप के तीसरे राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बने
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2019 में ट्रंप से मतभेद के चलते इस्तीफा दिया
बोल्टन ने अपने कार्यकाल के बाद ट्रंप पर कई गंभीर आरोप लगाए थे, जिनमें यूक्रेन को सैन्य मदद देने के बदले जो बाइडन के खिलाफ जांच की मांग भी शामिल थी।
ट्रंप ने प्रतिक्रिया में बोल्टन को "पागल", "वॉरमॉंगर" और "वाश-अप आदमी" बताया था और कहा था कि अगर बोल्टन की चली होती तो अमेरिका अब तक "विश्व युद्ध छह" लड़ रहा होता।