वाशिंगटन
इज़राइल और हमास के बीच युद्धविराम और बंधक संकट के समाधान के बाद, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अब अपना ध्यान रूस-यूक्रेन युद्ध को खत्म कराने पर केंद्रित कर रहे हैं।
व्हाइट हाउस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर जानकारी दी कि ट्रंप गुरुवार को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से बातचीत करने वाले हैं। यह वार्ता उस समय हो रही है जब ट्रंप यूक्रेन को लंबी दूरी की मिसाइलें देने पर विचार कर रहे हैं, ताकि रूस पर दबाव बनाया जा सके और उसे शांति वार्ता की मेज़ पर लाया जा सके।
ट्रंप ने अपने 2024 के चुनावी अभियान में यह वादा किया था कि वह गाजा और यूक्रेन दोनों में चल रहे युद्धों को जल्द समाप्त करेंगे। उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडन की विदेश नीति की कड़ी आलोचना भी की थी।
हालांकि, अब तक उनकी पुतिन से प्रत्यक्ष वार्ता कराने की कोशिशें सफल नहीं रही हैं। लेकिन गाजा में युद्धविराम के बाद ट्रंप को भरोसा है कि अब यूक्रेन संकट को भी हल करने की दिशा में प्रगति हो सकती है।
ट्रंप और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के बीच इस सप्ताह शुक्रवार को साल की चौथी बैठक होने जा रही है।
ट्रंप ने हाल में व्हाइट हाउस में एक कार्यक्रम के दौरान कहा, “पश्चिम एशिया में जो कुछ हुआ, उसने हमें एक नई दिशा दी है। उम्मीद है अब हम रूस-यूक्रेन युद्ध में भी ठोस कदम बढ़ा सकते हैं।”
उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि यदि पुतिन जल्द शांति वार्ता शुरू नहीं करते, तो अमेरिका यूक्रेन को टॉमहॉक क्रूज मिसाइलें देने पर गंभीरता से विचार करेगा। ये मिसाइलें लगभग 1,600 किलोमीटर की मारक क्षमता रखती हैं और यूक्रेन को रूसी क्षेत्र में गहराई तक हमले करने की ताकत देंगी।
रूसी राष्ट्रपति पुतिन पहले ही चेतावनी दे चुके हैं कि यूक्रेन को टॉमहॉक मिसाइलें देना 'लक्ष्मण रेखा' पार करना होगा और इससे मॉस्को-वाशिंगटन संबंधों में भारी तनाव उत्पन्न हो सकता है। लेकिन ट्रंप ने संकेत दिया है कि वह इस दबाव के बावजूद पीछे हटने को तैयार नहीं हैं।
इसके अलावा, ट्रंप प्रशासन अमेरिकी सीनेट में लंबित एक प्रस्ताव पर विचार कर रहा है, जिसके तहत रूस से तेल, गैस और यूरेनियम खरीदने वाले देशों पर भारी टैरिफ (शुल्क) लगाने का प्रावधान किया गया है।
ट्रंप अब अंतरराष्ट्रीय मंच पर फिर से सक्रिय होकर शांति स्थापित करने और अमेरिकी प्रभाव को बढ़ाने की दिशा में तेज़ी से कदम बढ़ा रहे हैं।